Business Tips: इस कपल ने ऐसे तय किया प्यार से लेकर 13 हजार करोड़ तक का सफर
Dainik Haryana News,Success Story In Hindi (New Delhi):ऐसी किस्मत बहुत ही कम लोगों की होती हैं कि जिससे प्यार किया उसी से शादी और फिर उसे के साथ में कारोबार ऐसा कुछ कर दिखाया हैं देश की यूनिकॉर्न मामाअर्थ ने। इस कंपनी को दो कपल ने मिलकर शुरू किया और इस कंपनी का कैप 130 बिलियन डॉलर करीब 13000 करोड़ रूपये की हो चुकी हैं। इस सफलता की कहानी जितनी खास है। आइए जानते हैं पूरी खबर के बारे में।
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मामाअर्थ की पैरेंट कंपनी होनासा कंज्यूमर प्राइवेट लिमिटेड के दोनों फाउंडर गजल अलघ और वरुण अलघ ने साथ मिलकर ये कंपनी शुरु की. ऐसा अक्सर कहा जाता है कि जिससे प्यार करो उसके साथ कारोबार नहीं करना चाहिए. लेकिन इन दोनों ने लीक से अलग हटकर न केवल एक दूसरे से प्यार किया बल्कि शादी भी की औऱ फिर साथ में कारोबार शुरु किया।
ऐसे बनाई 13 हजार करोड़ की कंपनी(This is how a company worth Rs 13 thousand crores was created)
दरअसल मामाअर्थ होनासा कंज्यूमर की सबसे सफल ब्रांड में से एक हैं। इन दोनों ने केयर प्रोडक्ट्स बनाती है। इसमें मेकअप, फेस, हेयर और बच्चों से रिलेडेट प्रोडक्ट होते है। मामाअर्थ की स्थापना के पीछे अलघ दंपत्ति के बच्चे की प्रॉबलम थी। जब इनके बच्चे को स्कीन की दिक्कत शुरू हुई तो उन्होने ऑनलाइन कई प्रोडक्ट तलाश करें। इस दौरान इन्हें इन दोनों ने मामाअर्थ शुरू करने की ठानी। साल 2016 में इन दोनों को मिलकर इस कंपनी स्थापना की। आज देखते ही देखते यह कंपनी देश की सबसे प्रॉफिटेबल यूनिकॉर्न में शामिल हो चुकी है. इस कंपनी का मार्केट कैप 13000 करोड़ के पार जा चुका है।
ऐसे बढ़ती गई कंपनी(This is how the company grew)
मामाअर्थ की पैरेंट कंपनी होनासा (Company Honasa)सितंबर तिमाही में 30 करोड़ रुपए से अधिक का मुनाफा दर्ज किया है. यह कंपनी साल दर साल लगातार आगे बढ़ती जा रही है, इस कंपनी के शेयर की बात करें तो कंपनी की तरह यहां भी उछाल दर्ज की गई है. इस कंपनी के 52 हफ्ते के लो शेयर की कीमत 256 रुपए है तो वहीं 52 हफ्ते का हाई प्राइस 486 रुपए के करीब है. वो कहते हैं न कि इरादे सच्चे हो तो सफलता जरूर मिलती है।
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पर्सनल लाइप से बिजनेस पार्टनर तक(From personal life to business partner)
एक समय था जब गजल और वरुण (Ghazal and Varun)एक दूसरे को प्रपोज करने में झिझक रहे थे। लेकिन धीरे-धीरे इनका प्यार परवान चढ़ा। दोनों ने कई साल तक दूसरे को डेट किया। फिर प्यार शादी में तब्दील हुआ, फिर उनके बच्चें हुए और यहीं से मामाअर्थ के कहानी की शुरूआत हुई। आज होनासा कंज्यूमर प्राइवेट लिमिटेड वरूण सीईओ और को-फाउंडर के तौर पर काम करते हैं। तो वहीं गजल कंपनी की को-फाउंडर हैं।