Lakshadweep News:लक्षद्वीप में पाई जाती हैं इस खास नस्ल की गाय
Dainik Haryana News,Lakshadweep Viral News(New Delhi): भारतीय पर्यटकों से लक्षद्वीप जानें का आह्वान किया। भारत में सबसे छोटे केंद्र शासित प्रदेश लक्षद्वीप की बहुत सी बातें अनूठी हैं। खाानपान से लेकर रहन-सहन और सस्कृति के मामलें में कई मायनों में भारत के दूसरें राज्यों से यह अल 36 छोटे-छोटे द्वीप से मिलकर बने लक्षद्वीप की कुल आबादी करीग 64000 के आसपास है।
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96 फीसदी आबादी मुस्लमान हैं। लक्षद्वीप कुल 32 वर्ग किलोमीटर में फैला है. मालदीव से तुलना करें तो लक्षद्वीप का क्षेत्रफल करीब 10 गुना कम लक्षद्वीप में भले ही 32 आइलैंड हैं, लेकिन सिर्फ दस आईलैंड पर ही लोग रहते हैं. जिसमें- कवाराट्टी, अगाट्टी, अमिनी, कदमत, किलातन, चेतलाट, बिट्रा, आनदोह, कल्पनी और मिनिकॉय शामिल हैं. कई द्वीप तो ऐसे हैं, जहां 100 से भी कम लोग रहते हैं. कवाराट्टी यहां की राजधानी क्षद्वीप में मुख्य तौर पर मलयालम बोली जाती है लक्षद्वीप भाषा कुछ लोग मह्हे (Mahe)भी बोलते हैं, जिसकी लिपि धिवेही है।
यह वही भाषा है जो मालदीव में भी बोली जाती है. लक्षद्वीप के लोगों की आय का मुख्य जरिया मुख्यत: समुद्री संसाधनों पर टिका है. टूरिज्म से लेकर मछली पकड़ने से लेकर नारियल की खेती जैसे काम करते हैं और लक्षद्वीप केंद्र शासित प्रदेश है और प्रफुल्ल पटेल यहां के प्रशासक हैं। यह सामरिक नजरिए से भारत के लिए बहुत ही महत्व पूर्ण हैं, इस लिए नौसेना का बेस भी यहां हैं, लक्षद्वीप से जुडी और अनेक चीजे इसे खास बनाती है।
मसलन यहां पर मछली की 600 से अधिक प्रजातियां पाई जाती हैं। लक्षद्वीप ऐसा आइलैंड है, जहां सांप और कुत्ते जैसे जानवर नहीं पाए जाते हैं. यहां आने वाले पर्यटकों को भी अपने साथ कुत्ता ले आने की इजाजत नहीं है. कावरट्टी द्वीप पर तो कौवे भी नहीं पाए जाते हैं। लक्षद्वीप में बहुतायत बिल्लियां और चूहे पाए जाते हैं।
लक्षद्वीप को 'रेबीज फ्री' स्टेट('Rabies Free' State) का दर्जा प्राप्त तितली मछली लक्षद्वीप का राज्य पशु है. यहां कम से कम आधा दर्जन प्रजाति की तितली मछलियां पाई जाती हैं। इसी तरह सूटी टर्न इस राज्य का राजकीय पक्षी और ब्रेड फ्रूट राजकीय पेड़ लक्षद्वीप को एक और बात खास बनाती है। यहां साइरेनिया या 'समुद्री गाय' पाई जाती है, जो लुप्तप्राय है. दुनिया के किसी-किसी हिस्से में ही मिलती लक्षद्वीप पर 78 से अधिक प्रजाति कोरल मिलते साल 1956 में नाम बदले जाने से पहले इसे लक्काद्वीप के नाम से जाना जाता था।