UPSC : नौकरी के साथ में यूपीएएसी की तैयारी करने के लिए अपनाएं ये स्ट्रेटजी
Dainik Haryana News,IAS Salary (New Delhi): हर साल यूपीएससी के द्वारा सिलि परीक्षा का आयोजन किया जाता हैं। लाखों बच्चें इस परीक्षा को देते हैं। लेकिन इस परीक्षा में कुछ ही बच्चें सफल हो अपने सपने को पूरा करते हैं और जो बच्चे इस परीक्षा में असफल हो जाते हैं वो फिर से इस परीक्षा में भाग लेते हैं और अपने सपने को पूरा करते हैं। आज हम आप को एक ऐसी बारे में बताएंगे जिन्होने यूपीएससी की परीक्षा में 16 वीं रैंक हासिल कर आईएएस अधिकारी बनने का सपना पूरा किया।
MBBS के बाद में शुरू की तैयारी
होनार उम्मीदवारों में एक अंशू प्रिया जिन्होंने यूपीएससी की परीक्षा में 16वीं रैंक हासिल की थी। यूपीएससी सीएसई 2021 के लिए चयनित टॉप 50 उम्मीदवारों में से एक है। वह इंटरव्यू माक्स के साथ में टॉप बनकर उभरी थी। अंशू प्रिया शिक्षकों के परिवार से ताल्लुक रखती हैं। उनके उनके दादा जी भी टीचर रह चुके हैं वह एक साथ में बडें परिवार में रहती हैं। उनका परीवार बिहार के मुंगेर जिले का रहने वाला हैं।
IAS अंशू प्रिया ने अपनी शुरूआती पढ़ाई को मुंगेर से पूरा की थी। 12वीं के बाद में अंशू नीट की तैयारी करने लगी। नीट की परीक्षा को पास करने के बाद में उन्हें एमबीबीएस पटना में एडमिशन लिया। साल 2019 में उन्हें ग्रेजुएशन की डिग्री ली और फिर एम्स पटना में रेजिडेंट डॉक्टर के पद कार्य किया। कुछ समय के बाद उन्हें यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी करने के बारे में सोचा रेजीडेंस करने के बाद में उन्हें यूपीएससी सीएसई की तैयारी शुरू कर दी थी।
अंशु प्रिया ने कैसे की तैयारी?
प्रिया ने तीन प्रयास दिए तीसरी बार में अंशु प्रिया ने परीक्षा पास कर ली और 20वीं रैंक हासिल की. अंशू प्रिया बायोलॉजी की छात्रा थी, ऐसे में उन्होंने मेडिकल साइंस को एक ऑप्शनल सब्जेक्ट के रूप में चुना था. प्रीलिम्स में अपनी पहली असफलता के बाद, वह तैयारी करने के लिए दिल्ली चली गई थी.दिल्ली में वह यूपीएससी की पढाई के साथ नौकरी भी करती थी. हालांकि अपने तीसरे प्रयास के लिए, उन्होंने नौकरी छोड़ दी और केवल परीक्षा पर ध्यान दिया. जिसके बाद उन्होंने अच्छे अंकों के साथ तीसरे प्रयास में UPSC परीक्षा को क्वालीफाई कर लिया.
ये थी UPSC परीक्षा की स्ट्रेटजी(This was the UPSC exam strategy:)
UPSC की तैयारी के लिए उन्होंने NCERTकिताबों से पढ़ाई शुरू की थी.अन्य सभी टॉपर्स की तरह उन्होंने भी परीक्षा के प्रीलिम्स और मेन्स दोनों चरणों के लिए मॉक टेस्ट देती थी. अपने मॉक टेस्ट पर अंशू प्रिया उन्होंने ध्यान दिया कहां पर कमी रह गई हैं। प्रीलिम्स में बैठने के बाद उन्हें आधा समय रिवीजन करने और बाकी का समय मॉक टेस्ट देने में बिताया। मैथेमेटिक्स के प्रश्नों को हल करने पर अधिक फोकस किया और CSAT पेपर के लिए 8-10 मॉक टेस्ट दिया करती थी.