Haryana Government Gift Brain Stroke-Paralysis Patients: ब्रेन स्ट्रोक-लकवा मरीजों को हरियाणा सरकार का तोहफा, इस अस्पताल में फ्री लगवाएं 35 हजार वाला इंजेक्शन
Dainik Haryana News,Tenectyplace Injuction(चंडीगढ़): ब्रेन स्ट्रोक-लकवा एक ऐसी बीमारी है जो लोगों की जान भी ले लेती है। अगर इन बीमारियों का इलाज कराने के लिए चलें तो लाखों रूपये का इलाज होता है। लेकिन अब परेशान होने की कोई आवश्यकता नहीं है, क्योंकि रोहतक पीजआई(Rohtak PJI) में आने वाले ब्रेन स्ट्रोक-लकवा के मरीजों को अब फ्री में इलाज दिया जा रहा है।
इन बीमारियों के लिए जो टेनेक्टीप्लेस लगता है अब अस्पताल में फ्री में लोगों को उपलब्ध कराया जा रहा है। सरकार की इस पहले से लोगों को काफी राहत मिली है और जिसके पास इलाज के लिए पैसे नहीं है वो गरीब लोग अपने चाहने वालों की जान बचा सकते हैं।
क्या कह रहे डॉक्टर?
मेडीकल में इस इंजेक्शन की उपलब्धता के बारे में न्यूरोलॉजी जानकारी देते हुए विभाग की अध्यक्ष डा. सुरेखा डाबला(Head of Department Dr. Surekha Dabla) ने बताया कि जब भी कोई ब्रेन स्ट्रोक या लकवे का मरीज आपातकालीन विभाग में पहुंचता है तो उसे ये इंजेक्शन 4-6 घंटों के अंदर ही लगाना होता है, वरना मरीज को मुशिकलों का सामना करना पड़ सकता है। मार्केट में इस इंजेक्शन की कीमत 30-35 हजार रूपये है।
बहुत से लोग ऐसे होते हैं जो लकवा होने पर नीम-हकीम के चक्कर में पड़ जाते हैं, जिससे मरीज को दवा का असर भी नहीं होता है। डॉक्टरों ने लोगों से अपील की है कि अगर ब्रेन स्ट्रोक-लकवा जैसा कुछ भी नजर आता है तो तुरंत ही रोहतक पीजीआई में मरीज को इंजेक्शन लगवाएं, ऐसा करने से वह व्यक्ति ठीक हो सकता है।
6 घंटे के अंदर इंजेक्शन लगवाना होता है जरूरी :
डॉक्टर सुरेखा डाबला का कहना है कि बाहर से लोग इस इंजेक्शन का लेने जाते थे लेकिन समय पर नहीं मिल पा रहा था और जिसकी वजह से मरीजों को परेशानी हो रही थी। डॉक्टर का कहना है बढ़ती ठंड को देखते हुए एक महीने में कई बार तो 10-15 बे्रन स्ट्रोक के मरीज आ जाते हैं। न्यूरोलॉजी विभाग के आईसीयू में तैनात चिकित्सक स्कोरिंग करके मरीज को 6 घंटे के अंदर अगर यह इंजेक्शन टेनेक्टीप्लेस लगा दें तो इससे स्ट्रोक आगे नहीं बढ़ेगा और धीरे-धीरे वह ठीक होता चला जाएगा.