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Health Tips : शरीर में दिखें ये 5 लक्षण तो समझें हो सकती है बवासीर

 
Health Tips : शरीर में दिखें ये 5 लक्षण तो समझें हो सकती है बवासीर
Health Advice : बवासीर एक बहुत ही गंभीर बीमारी है। हर उम्र के व्यक्ति को बवासीर की समस्या हो रही है। वर्तमान समय में बवासीर की समस्या तेजी से बढ़ रही है। इसका का समय से इलाज करवा लेना चाहिए। आज हम आपको बवासीर के कुछ लक्षणों के बारे में बताने जा रहे है। आइए जानते है। Dainik Haryana News,Health News ( New Delhi ) : आज के समय में बवासीर की समस्या बहुत बढ़ गई है। कई बार बवासीर की वजह से शौच के बाद खून आने लगता है। अगर लंबे समय तक खून निकलता रहे तो इससे खून की कमी हो सकती है। बवासीर अगर शुरूआती स्टेज में हो तो इसे दवाइयों ठीक किया जा सकता है,लेकिन ज्यादा बढ़ने पर दिक्कत हो सकती है। फोर्टिस हॉस्पिटल, ग्रेटर नोएडा के मिनिमल एक्सेस सर्जरी डिपार्टमेंट के डायरेक्टर डॉ. जगदीश चंद्र के मुताबिक अक्सर लोग अपने मलद्वार में होने वाली परेशानियों के बवासीर समझ लेते हैं, लेकिन ऐसा नहीं है. मलद्वार में फिशर, फिस्टुला और इंफेक्शन की समस्या भी हो सकती है. बवासीर 80 प्रतिशत लोगों को होती है और इसे अपने आपमें बीमारी नहीं माना जाता है. जब बवासीर एडवांस स्टेज पर पहुंच जाएं और शौच करते समय खून आने लगें तो इसे बीमारी माना जा सकता है। कई बार शौच के बाद मस्से बाहर निकल जाते है और अंदर नहीं जा पाते है तो इसे भी बीमारी माना जा सकता है और इसका इलाज किया जाता है। अगर आपको मलद्वार या मलाशय में किसी तरह की दिक्कत हो रही है, तो सबसे पहले डॉक्टर से मिलकर यह पता लगाएं कि यह बवासीर है या कोई और बीमारी है.क्या होते हैं

बवासीर के लक्षण

डॉ, जगदीश चंद्र कहते हैं कि बवासीर जब एडवांस स्टेज में पहुंच जाती है, तब शौच करने के बाद बूंद-बूंद करके खून टपकने लगता है. कई बार शौच के बाद मस्से बाहर आ जाते हैं, जिन्हें उंगली से अंदर करना पड़ता है. हालांकि कई बार मस्से बाहर निकल आते हैं और अंदर नहीं जा पाते हैं. ये सभी बवासीर के लक्षण होते हैं. इसके अलावा शौच करने के दौरान दर्द, शौच करने में परेशानी होना और खून निकले, तो यह बवासीर के संकेत हो सकते हैं. ऐसी कंडीशन में डॉक्टर से मिलकर परेशानी का पता लगाने की जरूरत होती है. एक्सपर्ट की मानें तो जब बवासीर शुरुआती स्टेज में होती है, तब दवाओं के जरिए इसे ठीक किया जा सकता है. जब यह बढ़ जाती है, तब इसे कंट्रोल करने के लिए छल्ले लगाए जाते हैं, जिसे हेमेरॉइड बाइंडिंग कहा जाता है. इससे लोगों को काफी राहत मिल सकती है. हालांकि कई लोगों में बवासीर गंभीर हो जाती है और ऐसी कंडीशन में लेजर के जरिए सर्जरी करनी पड़ती है. सर्जरी के दौरान कई बार मस्सों को काटकर अलग भी किया जाता है. मरीजों के लक्षणों के अनुसार ट्रीटमेंट दिया जाता है. किसी को समस्या ज्यादा है, तो सर्जरी की सलाह दी जाती है.

कैसे करें बवासीर से बचाव

1. हेल्दी डाइट लें और फाइबर से भरपूर फूड्स का खूब सेवन करें. 2.पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं और शरीर को प्रॉपर हाइड्रेटेड रहें. 3.मलत्याग के वक्त ज्यादा जोर न लगाएं, वरना बवासीर हो सकती है. 4.नियमित रूप से फिजिकली एक्टिव रहें और एक जगह घंटों न बैठें. 5.अपने वजन को कंट्रोल करें और ज्यादा वजन उठाने से भी बचें.