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Sachin Tendulkar Success Story: आम के पेड़ से गिरकर शुरू हुई थी सचिन तेंदुलकर के सफलता की कहानी

 
Sachin Tendulkar Success Story: आम के पेड़ से गिरकर शुरू हुई थी सचिन तेंदुलकर के सफलता की कहानी
Success Story: आज हम आपको क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर के सफलता की कहानी बताने जा रहे हैं। कैसे एक्टर देवानंद और एक आम के पेड़ नें बदल दी थी सचिन तेंदुलकर की जिंदगी। आइए जानें क्या है पुरी बात।   Dainik Haryana News: Sachin Tendulkar: भारत के ही नहीं पुरे क्रिकेट जगत में महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर । सचिन ने एक यूट्यूब चैनल में दिए गुए एक इंटरव्यू में बताया था कि, बच्चन में जब में और मेरे दोस्त सुनिल और अविनाश हमारे पड़ोसी के घर में खड़े आम के पेड़ से आम तोड़ने की प्लानिंग बना रहे थे।     प्लान था कि जब दूरदर्शन पर देवानंद की फिल्म गाइड को देखने में वयस्त होंगे तो चुपके से सारे आम तोड़ लेंगे। प्लान के हिसाब से हम आम के पेड़ पर चढ़ गए । मेरा एक दोस्त वजन में थोड़ा भारी था।   Read Also: Sapna Choudhary Dance Video: पीले रंग का सूट पहन स्टेज पर तुना-तुना करती नजर आई सपना चौधरी   जब वो मेरे वाली डाल पर आया तो डाल वजन सहन नहीं कर पाई और हम दोनों लगभग 2 मंजिल जितनी ऊंचाई से धड़ाम से नीचे गिर गए। हम सब पकड़े गये।  

सचिन तेंदुलकर का जन्म कहां हुआ

    सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar)का जन्म राजपुरा में रमेश तेंदुलकर के घर में हुआ। उनाका जन्म ब्राह्मण परिवार में 24 अप्रैल 1973 को हुआ था।   Read Also: Jio लेकर आया 388 दिनों का सस्ता रिचार्ज प्लान, हर दिन मिलेगा 2.5 जीबी डेटा!  

कहां से हुई क्रिकेट की शुरुआत

  हमने आपको पहले भी बताया है की सचिन तेंदुलकर को क्रिकेट मे लाने के लिए देवानंद और आम के पेड़ का अहम रोल है। आम के पेड़ से गिरकर के बाद सचिन के बड़े भाई ने उन्हे क्रिकेट मे भेजने का फैसला किया।     बड़े भाई नें कहा की हर रोज किसी न किसी की सिकायत लाने से तो अच्छा ये अपनी सारी एनर्जी मैदान पर लगाए। इसके बाद सचिन को द्रोणाचार्य रमांकांत आचरेकर के पास कोचिंग के लिए भेज भेज दिया गया।   Read Also: कार और होम लोन वालों के लिए RBI ने दिया झटका!  

इंटरनैशनल क्रिकेट मे कैसे मिला स्थान

  सचिन का मानना है की विनोद कांबली के साथ की गई उनकी 664 रनों की भागीदारी जिसमें उन्होंने 326 रन बनाए थे, उसे बहुत अहम माना है। कयोंकि उस समय वहां सुनिल गावसकर जैसे दिग्गज वहां मोजुद थे। उस समय ही वो उनकी नजरों में आए होंगे।    

कैसे होती थी सचिन तेंदुलकर की ट्रेनिंग

  Read Also: G-20 : पुतिन बदलेंगे PM Modi की वजह से अपनी रणनीति, जानें क्यों? कोच पिच पर एक सिक्का रख देते थे। अगर किसी नें सचिन को आउट किया तो यह सिक्का उसका नहीं तो सचिन का। सचिन ने ऐसे 13 सिक्के जीते जो आज भी उनके पास हैं।    

कौन-कौन है परिवार में

  सचिन के परिवार में उनके पिता रमेश तेंदुलकर, 2 भाई अजीत और नितिन, बहन सविताई तथा माता रजनी तेंदुलकर हैं। आगे चलकर उनका विवाह अंजली से हुआ तथा उनके 2 बच्चे हैं, सारा और अर्जुन।   Read Also: New Business : इस गर्मी शुरू करें ये बिजनेस, हर माह होगी 3 लाख की कमाई  

सचिन क्रिकेट करियर

  सचिन तेंदुलकर नें 200 टेस्ट मैच 463 वनडे मैच खेले हैं। दोनों को जोड़कर 34 हजार से भी ज्यादा रन बनाए हैं। दोनों फार्मेट में सचिन के नाम 100 शतक बनाने का रिकार्ड है। तथा वनडे में सबसे पहले 200 रन बनाने का रिकार्ड भी सचिन के नाम है।