470 Feet Asteroid : एक बड़ी जानकारी सामने आ रही है जिसके बाद लोगों में भय पैदा हो गया है। जानकारी मिली है कि एक विशालकाय पत्थर धरती की और तेजी से बढ़ रहा है। आइए खबर में जानते हैं क्या सच में कोई ऐसा पत्थर आ रहा है या नहीं।
Dainik Haryana News,470 Feet Asteroid Wb2 Racing Towards Earth(New Delhi)आने वाले कुछ दिनों में दो बड़े क्षुद्रग्रह धरती के करीब से गुजरने जा रहा है। ये दोनों ही बड़े विशालकाय हैं और तेजी से बढ़ रहे हैं। इन दोनों के बारे में नासा(NASA) ने जानकारी दी है, लेकिन अभी तक नासा की तरफ से कोई अधिकारिक जानकारी नहीं दी है कि वह धरती से टकरा सकते हैं। उनका कहना है कि वो सिर्फ धरती के पास से जाने वाले हैं।
READ ALSO :Car Discount : ये कंपनियां 3.5 लाख रूपये डिस्काउंट पर बेच रही अपनी धाकड़ कारें! नासा ने दी जानकारी :
नासा के एक बड़े एस्टेरॉयड ने इसकी जानकारी देते हुए कहा है कि एक बड़ा क्षुद्रग्रह धरती के पास से गुजरने जा रहा है। इसका आकार 470 फीट है जिसका नाम एस्टेरॉयड 1998 WB2 है। ये क्षुद्रग्रह अंतरिक्ष चट्टान 51,116 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रहा है। 3 दिसबंर को यह धरती के बेहद करीब आने जा रहा है। ये धरती की सतह से 42,10,000 किलोमीटर करीब आएगा। नासा ने जानकारी दी है कि इस पत्थर से धरती को किसी प्रकार का खतरा नहीं है। इसके अलावा एक और एस्टेरॉयड 2013वीएक्स 4 के बारे में बताया है जो 4 दिसंबर को धरती के बेहद करीब होगा। इसका आकार भी 190 फीट का है जो धरती से करीब 1,200,000 मील किलोमीटर तक पहुंचेगा। सेंटर फॉर नियर अर्थ ऑब्जेक्ट स्टडीज ने बताया है कि क्षुद्रग्रह 23,567 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आगे बढ़ रहा है जो देखने मात्र ही भयानक लग रहा है।
अंतरिक्ष में क्यों घूमते हैं एस्टेरॉयड:
एस्टेरॉयड एक तरफ की चट्टानें होती हैं जो किसी ग्रह की तरह ही सूरज के चक्कर काटती हैं। हालांकि, इनका आकार ग्रहों से काफी छोटा होता है। ये दूसरे ग्रहों की कक्षा में भी आते जाते रहते हैं। कि जब सोलर सिस्टम बना रहा था तो गैस और धूल के ऐसे बादल जो किसी ग्रह का आकार नहीं ले पाए। वही एस्टेरॉयड बन गए।
READ MORE :Bengaluru Boom Threat: बेंगलुरू में 20 बडे स्कूलों को बम से उड़ाने की मिली धमकी के बाद सुरक्षा ऐजंसियां अलर्ट पर अगर किसी तेज रफ्तार चट्टान धरती के करीब 46 लाख मील से करीब आने की संभावना होती है तो स्पेस उसे खतरा मान लेते हैं। नासा पहले से ही ऐसे खतरों को नजर में रखता है। ऐस्टरॉइड से धरती किसी खतरे की संभावना नहीं है और वैज्ञानिकों का कहना है कि अभी आने वाले 100 सालों तक कोई भी एस्टरॉइड धरती की तरफ बढ़ता नजर नहीं आ रहा है।