DA Hike : सरकार की और से जानकारी मिल रही है कि जुलाई के महीने में महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी हो सकती है। साथ में सुचना जारी हुई है कि इस बार कैलकुलेशन में बदलाव हो सकते हैं। वैसे तो महंगाई भत्ते में मार्च के महीने में ही बढ़ोतरी हो चुकी है यानी मोहर लग चुकी है। अब देखना ये होगा के कैलकुलेशन में सरकार क्या बदलाव करने जा रही है।
Dainik Haryana News : 7th Pay Commission : बहुत दिनों से कर्मचारी लगातार डीए में बढ़ोतरी को लेकर मांग कर रहे हैं। हाल ही में कर्मचारियों को 7वें वेतन आयोग के तहत 38 प्रतिशत डीए मिल रहा है और कर्मचारी उसे 42 प्रतिशत तक लेकर जाने की मांग कर रहे हैं। हाल ही में डीए (DA)को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है कि नियमों में बदलाव कर दिए गए हैं जो आपके लिए जानने बेहद ही जरूरी हैं। आइए खबर में जानते हैं कौन से नियमों में हुआ बदलाव।
सरकार ने दी बड़ी जानकारी :
READ MORE : Gurugram Global City Project : एक हजार एकड़ में तैयार होगा गुरूग्राम ग्लोबल सीटी प्रोजेक्ट, इस महीने में होगा शुरू सरकार की और से जानकारी मिल रही है कि जुलाई के महीने में महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी हो सकती है। साथ में सुचना जारी हुई है कि इस बार कैलकुलेशन में बदलाव हो सकते हैं। वैसे तो महंगाई भत्ते में मार्च के महीने में ही बढ़ोतरी हो चुकी है यानी मोहर लग चुकी है। अब देखना ये होगा के कैलकुलेशन में सरकार क्या बदलाव करने जा रही है।
बेसिक सैलरी पर कैलकुलेश(calculation on basic salary) :
सरकार ने फैसला लिया है कि महंगाइ भत्ते की कैलकुलेशन(
Dearness Allowance calculation) कर्मचारियों की बेसिक सैलरी पर ही करी जाएगी। मान लें अगर किसी की बेसिक सैलरी 25 हजार रूपसे है तो उसको 34 प्रतिशत डीए के हिसाब से 8500 रूपये मिलेंगे। सरकार साल में दो बार महंगाई भत्ते की समीक्षा करती है जिससे कर्मचारियों को काफी फायदा मिलता है।
READ ALSO : LIC की धाकड स्कीम, एक बार निवेश से हर महीने मिलेगी 50 हजार रूपये पैशन श्रम मंत्राालय ने किए नियमों में बदलाव (Ministry of Labor has changed the rules):
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि श्रम मंत्रालय की और से महंगाई भत्ते (DA)के नियमों में बदलाव किए जाते हैं। श्रम मंत्रालय(
labor ministry) की और से साल 2016 में नियमों में बदलाव किए गए और मजदूरी की दर के सूचकांक की नई सीरीज को जारी लाया गया। मंत्रालय की और से 2016=100 के साथ WRI की नई सीरीज 1965 सस 1965 की जगह नई सीरीज को लाया गया था।