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Aditya L-1 Live: इसरो सोलर मिशन आदित्य एल-1 पर मंडराया खतरा, तेज से मिशन की और बढ़ रहा तुफान

 
India Solar Mission: भारत का आदित्य एल-1,  2 सितम्बर से अपने सफर पर निकला हुआ है। आज उसको निकले 14 दिन हो चुके, अब तक सब कुछ ठिक चल रहा है। भारत की और से सूर्य की और ये पहला मिशन है। आदित्य एल-1 जानकारी इसरो के साथ सांझी कर रहा है। लेकिन इस बीच एक बड़ा खतरा आदित्य एल-1 पर मंडरा रहा है। एक तुफान जो नासा के मिशन से भी टकरा चुका है। Dainik Haryana News: ISRO Mission Aditya L-1(चंडीगढ़): नासा का मिशन पार्कर सोलर प्रोब(NASA's mission Parker Solar Probe) जो पिछले साल तुफान से टकराने का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। तुफान इतना भयानक था कि सब कुछ हिला कर रख दिया। जैसे तैसे करके नाशा का मिशन बड़ी ही मुश्किल से बच पाया। नासा का ये मिशन 2019 में सूर्य की और जानकारी इकट्ठा करने के लिए भेजा गया था। नासा का मिशन पार्कर सोलर प्रोब तुफान की लड़ाई जीत गया। लेकिन सवाल अब इस बात का है कि आदित्य एल-1 इस तुफान को सहन कर पाएगा यां नहीं। Read Also: Health Tips : हार्ट अटैक से पहले शरीर में दिखने लगते हैं ये लक्ष्ण नासा ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा है कि इन दिनों सोलर हलचल बढ़ी है। तुफान कभी धरती के बाएं और तो कभी दांए और टकरा रहे हैं । मध्य की और भी रूख है। नासा के पार्कर सोलर प्रोब को सूर्य के बेहद करीब भेजा गया है, इसी कारण उसे अधिक सोलर तूफानों का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन इसरो मिशन आदित्य एल-1 को इस बात का फायदा जरूर मिलेगा कि ये सूर्य से 14 लाख 85 हजार करोड़ की दूरी पर है। इसरो ने ऐसे खतरों से निपटने के लिए धातु का प्रयोग किया है। जो आदित्य एल-1 को ऐसे तूफानों से बचाने में सहायक सिद्ध होगी। Read Also: Haryana Sarkar Update : फैमिली आईडी को लेकर मनोहर लाल सरकार की तरफ से आदेश जारी, जान ले हरियाणा की जनता सोलर तूफानों का असर केवल धरती पर नहीं पड़ रहा बल्कि अनय ग्रहों पर भी पड़ रहा है। अभी तक आदित्य एल-1 अच्छे से अपनी मंजिल की और बढ़ रहा है। आने वाले समय में तूफानों से टकराने के लिए इस सक्षम बनाया गया है।