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Chandrayaan-3 : चंद्रयान-3 के नायक सोहन, महीने की 3 हजार कमाई से 2500 रूपये सोहन की पढ़ाई पर होते थे खर्च

 
Mission Chandrayaan-3 : चंद्रयान ने चांद पर सफल लैंडिंग कर ली है और इसमें भारत की मेहनत का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। 140 करोड़ भारतीयों की नजर चांद के ऊपर टिकी हुई थी। ताकि अपना चंद्रयान चांद पर सफल लैंडिंग कर सके। इसमें भारत की मेहनत का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। विक्रम और रोवर चंद्रमा पर रासायनिक एवं खनिजों का भी अध्ययन करेंगे। आप सभी को बता दें कि लैंडर विक्रम और रोवर चांद किस टाइम पर एक लूनर डे तक जीवित रहेंगे। चांद पर एक लूनर-डे पृथ्वी पर 14 दिन के बराबर होता है इसी तरह से आपको बता दें कि चंद्रयान के बारे में बताया गया है। READ ALSO :Haryana News: हरियाणा में मिलेगी बुजुर्गों को मलेगी 6000 बुढ़ापा पैंशन! Dainik Haryana News,Chandrayaan-3 Latest Update(नई दिल्ली): आज हम आपको चंद्रयान-3 के नायक सोहन के बारे में बताने जा रहे हैं जिनके पिता एक ट्रक ड्राइवर थे। उनका परिवार काफी गरीब था और उनके पिता सिर्फ एक महीने के 3 हजार रूपये कमाकर लाते थे जिसमें से 2500 रूपये सोहन की पढ़ाई पर खर्च होते थे। उनकी मां ने बताया है कि बड़ी ही मुश्किल से उन्होेंने पाला और पढ़ाया है। भारत चांद पर सहजता से लैंड कर चुका है और इसका श्रेय झारखंड के रहने वाले खूंटी जिले के साइंटिस्ट सोहन यादव( Scientist Sohan Yadav) को जाता है जिसका इस मिशन में योगदान है। READ MORE :Haryana Roadways : हरियाणा के इस गांव में आजादी के बाद पहली बार पहुंचीं रोडवेज बस, गांव के लोगों ने किया भव्य सवागत सोहन के बारे में बात की जाए तो वो 4 भाई बहन हैं और वो तीसरे नंबर के हैं। सोहन ने अपने गांव की स्कूल सरस्वती शिशु विद्यया मंदिर में अपनी पांचवी की पढ़ाई पूरी की। उसके बाद दसवीं तक नवोदय विद्यालय में वो गए और 12 की पढ़ाई डीएवी में पूरी करी। उन्होंने 21 साल की आयु में आईआईटी(IIT) करी और इसरो में नंबर पाया उसके बाद वहां उन्होंने कड़ी मेहनत करी। चंद्रयान-दो में भी उनकी अहम भूमिका थी और इस बार फिर से उन्होंने अपनी इस मिशन में जगह बनाई और वो इसके नायक बने।