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Gaganyaan Mission : आज इस समय उड़ान भरने जा रहा गगनयान, यहां देखें कू्र मॉड्यूल की टेस्टिंग

 
Gaganyaan Mission Launching : की आप जानते हैं चंद्रयान 3 की सफल लैंडिंग चांद पर हो चुकी है। अब इसरो एक और कामयाबी की तरफ कदम बढ़ाने जा रही है जी हां, आज इसरो गगनयान को लॉन्च करने जा रही है। अगर आप इसकी लॉचिंग देखना चाहते हैं तो हम आपको बताने जा रहे हैं कैसे आप इसे लाइव देख सकते हैं। बने रहें हमारे साथ अंत तक। Dainik Haryana News,Gaganyaan Mission Live Launching(New Delhi): आज शनिवार के दिन यानी अगले 10 मिनट बाद ही इसरो देश का पहला मानव मिशन गगनयान के क्रू एस्केप सिस्टम की टेस्टिंग करेगा. सुबह 8 बजकर 45 मिनट पर श्रहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से टेस्ट व्हीकल अबॉर्ट मिशन एम को लॉन्च किया जाएगा। अगर मिशन में कोई भी परेशानी होती है तो अंदर मौजूद अंतरिक्ष यात्रियों को पृथ्वी पर सुरक्षित लाने वाले सिस्टम की भी टस्टिंग की जाएगी। ऐसे में अगर आप भी आने वाले 10 मिनट के बाद इसकी लाइन लॉचिंग देखना चाहते हैं तो बने रहें हमारे साथ। READ ALSO :Diwali Rashifal : इन राशि वालों को दीपावली पर मिलेगा सोना-चांदी, देखें अपना राशिफल आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से गगनयान मिशन के कू्र एस्केप सिस्टम फायर होगा। इसरो चीफ एस. सोमनाथ ने कहा कि ये क्रू एस्केप सिस्टम की टेस्टिंग है, जिसमें नए रॉकेट का इस्तेमाल किया जाएगा औ ये लिक्विड इंजन फायर्ड रॉकेट हैं। इसके ऊपर प्रो मॉड्यूल और प्रो एस्केप सिस्टम होगा. टेस्टिंग में कू्र मॉड्यूल का लॉन्च और उसे वापस उतारने व समंदर और रिकवरी करने के लिए पूरा प्रोसेस शामिल है। अगर आप भी इसी लॉचिंग देखना चाहते हैं तो यूट्यूब पर जाकर देख सकते हैं। इसके अलावा आप अधिकारिक वेबसाइट पर भी देख सकते हैं।

जानें कैसे होगी टस्टिंग?

ट्रासल में सिंगल स्टेज लिक्विड रॉकेट से कू्र उस्केप अंतरिक्ष में लॉन्च होगा। 11.7 किलोमीटर की ऊंचाई पर कू्र एस्केप सिस्टम रॉकेट से अलग हो जाएगा। जिसके अलग होते ही कू्र सिस्टम नीचे आ जाएगा। मॉड्यूल में लगे एक पैराशूट खुलेंगे। मॉड्यूल श्रहरिकोटा में तट से करीब 10 किलोमीटर दूर समंदर में उतरेगा। मिशन में किसी अनहोनी के हालात में एस्ट्रोनॉट्स को बचाने में ये कू्र एस्केप सिस्टम काम करगा। READ MORE : Success Story : खेल-खेल में शुरू किया था यूट्यूब चैनल, अब हर महीने के कमाते हैं 30 लाख अगर किसी भी तरह की कोई परेशानी होती है तो सिस्टम कू्र मॉड्यूल के साथ अलग हो जाएगा। और एस्ट्रोनॉट्स को सुरक्षित समुद्र में उतार देगा. जान लें कि स्पेश में मानव मिशन भेजने से पहले इसरो ऐसे कर्ई परीक्षण करेगा। ताकि अंतरिक्ष यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके. गगनयान भारत का पहला मानव अंतरिक्ष मिशन है, इसे साल 2025 की शुरूआत में ही भेजा जा सकता है, इसमें पहले 2024 में मानव टेस्टिंग होगी और व्योममित्र रोबोट को भेजा जाएगा।