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Space station: स्पेस स्टेशन के होने वाले थे टुकड़े, इंजन स्टार्ट कर बड़ी मुश्किल से बचाया गया

 
Nasa Space station: असमान में स्थित स्पेस स्टेशन 24 घंटे के अंदर गिरता- गिरता बचा है। सामने से आ रही आफत से स्पेस स्टेशन को बड़ी ही मुश्किल से बचाया गया है। Dainik Haryana News: Home to Space Station Astronauts(नई दिल्ली): नासा स्पेश एजेंसी ने इस बात की पुष्टि की, स्पेश स्टेशन मे की और भारी मात्रा में तेज गति से कचरा आ रहा था। जिसकी वजह से स्पेस स्टेशन के टूकड़े होने का खतरा बढ़ गया था। इसकी वजह से स्पेस स्टेशन में लगे थरसटर को 21.5 सैकेंड के लिए शुरू किया गया। पहली बार 1640 मीटर स्पेश स्टेशन को तेजी से निचे गिराया गया। सामने से आ रहे कचरे को देखते हुए स्पेस स्टेशन में लगे इंजन को 21.5 सैकेंड के लिए शुरू किया गया, इसको तेजी से नीचे गिराया गया। Read Also: Confirmed Ticket : कंफर्म टिकट के लिए नहीं होगी मारामारी, 312 ट्रेनों में मिलेगी एकदम पक्की सीट पहली बार ऐसा किया गया है। स्पेस स्टेशन को 1998 में स्थित किया गया था। नासा का कहना है कि ये स्पेस स्टेशन 2030 तक काम करने वाला है। इससे पहले ही इसे समुद्र में कहीं गिरा दिया जाएगा। स्पेस स्टेशन की अब सिर्फ 7 साल ही बची हैं। आम तौर पर यह 400 किलोमीटर के ऑर्बिट में ही चक्कर लगाता है। 1998 से अब तक इसकी स्थिति को कई बार बदला जा चुका है। लगातार 24 साल से यह स्पेस स्टेशन वैज्ञानिकों के लिए रिसर्च का केंद्र बना हुआ है। 2030 तक इसकी लाइफ बची है, इसके बाद इसे प्रशांत महासागर में कहीं गिरा दिया जाएगा। पिछले 24 सालों से यह धरती के आए दिन 16 चक्कर लगाता आया है। यह स्पेस स्टेशन मात्र 1 सेकेंड में ही 7.66 किलोमीटर की दूरी तय कर लेता है। Read Also: Haryana : हरियाणा सरकार इन युवाओं को भेजेगी विदेश, दी जाएगी फ्री शिक्षा 27 हजार 600 किलोमीटर की रफ्तार से यस चक्कर लगाता है। इसका वजन 4.44 लाख किलोग्राम तथा लंबाई 297.4 फीट और चौड़ाई 357.5 फिट है। नासा का कहना है कि इसे 2031 में प्रशांत महासागर के प्वाइंट निमो(Point Nemo) में गिराया जाएगा जो धरती से 2700 किलोमीटर दूर है। बहुत सी पुरानी सैटेलाइट के कचरे को यहीं गिराया गया है। प्वाइंट निमो के आस-पास किसी भी जहाज का उड़ान भरना वर्जित है और ना ही यहां किसी को जाने की अनुमति है। 1998 से अब तक यह स्पेस स्टेशन एस्ट्रोनॉट्स के लिए घर बना हुआ है। 7 से 8 एस्ट्रोनॉट्स हमेशा से ही इस स्पेस स्टेशन में रहते ही हैं। स्पेश स्टेशन को 15 साल के लिए ही अंतरिक्ष में स्थापित किया गया था, Read Also: Beekeeper : मधुमक्खियों के व्यापारी के साथ लूट इस हिसाब से इसे 2023 तक काम करने वाला था, लेकिन जांच करने के बात पता चला की अभी यह कुछ साल और काम कर सकता है। इसलिए इसे 2031 में इसे गिराया जाएगा। साल 2021 तक 19 देशों के 251 एस्ट्रोनॉट्स जा चुके हैं। 5 फ्रांस से, 11 कनाड़ा से, 52 जापान से, 155 रूस से जा चुके हैं।