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Business Idea : विदेश की नौकरी छोड़ शुरू किया बिजनेस, आज खड़ी है 100 करोड़ की कंपनी

 
Business News : बिजनेस में सफलता की कहानी, पढ़ाई में सफलता की कहानी आपने बहुत सुनी होंगी। ऐसी ही एक कहानी हम आपके साथ आज शेयर करने जा रहे हैं जिसने विदेश की नौकरी छोड़कर अपना बिजनेस शुरू किया और आज 100 करोड़ की कंपनी शुरू कर दी है। आइए खबर में जानते हैं इसके बारे में। Dainik Haryana News,Easy Business Idea(नई दिल्ली): देशभर के बिजनेस आइडियाज हैं जिसे कर आप महीने के लाखों रूपये भी कमा सकते हैं। केला एक ऐसा फल है जो हर कोई खाता है और हर जगह देश विदेश में खाया जाता है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं मुंबई के आलोक की जो आज 20 हजार किसानों के साथ मिलकर केले की खेती करते हैं। वो अपने खेत कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग और दूसरे किसानों के साथ भी जुड़े हुए हैं। पहले वो विदेश में नौकरी करते थे लेकिन उनको वहां किसी तरह का लाभ नजर नहीं आया तो अपने देश लौटे और केले की खेती करनी शुरू कर दी। पहले केले के निर्यात में काफी परेशानी झेलनी पड़ी थी। READ ALSO :Weather Update: हरियाणा में 30 अगस्त तक तेज बारिश के आसार, कई जिलों में किया येलो अलर्ट जारी फिलीपींस और इक्वाडोर जैसे देश केले के निर्यात में सबसे पहले नंबर पर आते हैं और इस किसान का भी मुकाबला उनके साथ ही हुआ। लेकिन आलोक ने हार नहीं मानी और अपनी मेहनत से जल्दी ही विदेशों में भी केले को पहुंचाने लगे। आलोक की कंपनी का नाम आलोक अग्रवाल ट्राइडेंटरग्रो नाम से है। केले के बाद पूरे राज्य में फैले हुए हैं और कंपनी हर रोज 2500 टन केला विदेशों में भेजती है। इसके अलावा कंपनी केले से बनने वाले और प्रोडक्ट को भी बनाती और पैसा कमाती है।

कैसे करें केले की खेती?

केला ऐसा फल होता है जो जल्दी ही खराब हो जाता है। केले की लाइफ 3 दिन की होती है और फल को 45 दिनों में पेड़ से तोड़ना होता है। हमारे केले की क्वालिटी इतनी अच्छी नहीं होती है जब हरे केले को पकाया जाता है वह अच्छे तरीके के नहीं पकता है। निर्यातक देशों के मुकाबले उसका लुक पीछे था। किसान को इन जगहों पर केले का निर्यात करने में परेशानी हुई लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी है। READ MORE :RBI Guideline : बैंक से लोन लेने वालों के लिए बड़ी खबर, आरबीआई ने जारी किए निर्देश धीरे धीरे उनकी मेहनत रंग लाई और वो विदेशों में भी केले का निर्यात करने लगे। आज उनके पास 100 करोड़ की कंपनी खड़ी है। पूणे शहर के पास बेल्ट में उन्होंने किसानों को ट्रेनिंग देना शुरू किया। वहां पर किसानों को बताया गया के कैसे इसकी खेती करनी है, कैसे हमें इसे स्टोर करना है, हर रोज उनके साथ नए किसान जुड़ रहे हैं और रोजगार के अवसर पैदा कर रहे हैं।