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Onion Price : प्याज की कीमतों में गिरावट के बाद आमजन को राहत!

 
Today Onion Price : जैसा कि आप जानते हैं प्याज की कीमतों में लगातार तेजी बनी हुई है। आमजन के किचन से प्याज गायब हो गया है, लेकिन अब लगता है सरकार लोगों को महंगाई से थोड़ी राहत दे सकती है। आइए खबर में जानते हैं कितनी कम हुई प्याज की कीमतें। Dainik Haryana News,Onion Latest Price(चंडीगढ़): प्याज की बढ़ती कीमतों ने लोगों को परेशान कर दिया है। अब आमजन को महंगाई से राहत देने के लिए सरकार ने प्याज की कीमतों को कम करने के लिए कदम उठाया है जिससे थोड़ी राहत मिलेगी। सरकार ने प्याज की घरेलू उपलब्धता को बढ़ाने और कीमतों में कमी करने के लिए अगले साल मार्च तक प्याज के निर्यात पर पाबंदी लगा दी है। विदेश व्यापार महानिदेशालय ने एक नोटिफिकेशन जारी कर कहा है कि 3 मार्च 2024 तक मुक्त से प्रतिबंधित श्रेणी में कर दिया गया है। दिल्ली में स्थानीय विके्रता 80 रूपये किलो के हिसाब से प्याज की बिक्री कर रहे हैं। READ ALSO :Adani Group : अडानी ग्रुप के शेयर ने पकड़ी रफ्तार, निवेशक हुए मालामाल

खुदरा बाजार में 25 रूपये किलो प्याज :

अक्टूबर में केंद्र सरकार उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए खुदरा बाजार में 25 रूपये किलोग्राम की रियायत दर पर बफर ब्याज स्टॉके बेचने का फैसला लिया था। इस साल 28 अक्टूबर से 31 दिसंबर तक प्याज के निर्यात पर 800 डॉलर प्रति टन का न्यूनतम निर्यात मूल्य भी तय किया था। इससे पहले 31 अगस्त से दिसंबर तक 40 प्रतिशत निर्यात शुल्क लगाया गया था। हालांकि, डीजीएफटी ने कहा कि अन्य देशों को उनके अनुरोध के आधार पर सरकार से मंजूरी लेकर प्याज के निर्यात की अनुमति होगी.

जनवरी तक निर्यात की जाएगी प्याज :

पहले जो प्याज लदान हो चुकी है उसके निर्यात की मंजूरी है। वहीं नोटिफिकेशन में कहा गया है कि पहले जिस प्याज की खेप की एक्सपोर्ट डयूटी सौंपी गई और उसे इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम में दर्ज किया जा चुका था उन्हें ही निर्यात की मंजूरी मिलेगी। ऐसी खेप को अगले साल पांच जनवरी तक निर्यात किया जा सकेगा। चालू वित्त वर्ष में एक अप्रैल से 4 अगस्त के बीच देश से 9.75 लाख टन प्याज का निर्यात किया गया था। READ MORE :IAS Success Story: छोटी सी उम्र में ही 2 बार UPSC की परिक्षा को पास किया और अपने सपने को पुरा किया तीन आयात देश संयुक्त अरब अमीरात, मेलेशिया और बांग्लादेश है। खरीफ फसल सत्र में प्याज की खेती के रकबे में कमी देखने को मिली है। अक्टूबर में थोक महंगाई दर आंकड़ों के अनुसार सब्जियों और आलू की महंगाई में 21.04 प्रतिशत और 29.27 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली है। प्याज की सालाना मूल्य वृद्धि दर 62.60 प्रतिशत के उच्च स्तर पर बनी रही है।