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Pashmina Shawl : पश्मीना शॉल बनाने के लिए इस बकरी से ली जाती है ऊन

 
Changthangi Goat : पश्मीना शॉल दुनियाभर में मशहूर है और यह अपनी गर्माहट के लिए जानी जाती है। जब भी बेस्ट शॉल की बात आती है तो भारत की पश्मीना शॉल का नाम जरूर लिस्ट में सबसे ऊपर आता है, क्योंकि ये शॉल काफी ज्यादा सुंदर और गर्म होती हैं। क्या आप जानते हैं कि इन शॉल को किसी बकरी की ऊन से बनाया जाता है। अगर नहीं तो बने रहें हमारे साथ। Dainik Haryana News,How To Make Pashmina Shawl(ब्यूरो): किसी भी ऊन की चीज को बनाने के लिए ऊन की जरूत होती है और ऊन में बकरियों से मिलती है। ऐसे में सबसे ज्यादा भारत में पश्मीना शॉल की पहचान की जाती है, क्योंकि यह काफी नर्म, गर्म और देखने में काफी हद तक सुंदर होता है। ऐसा इसलिए क्योंकि यह शॉल इतनी ही खूबसूरत बकरियों की ऊन से बनता है। आइए जानते हैं। पश्मीना शॉल को बनाने के लिए एक विशेष तरह की ऊन की जरूत होती है और बहुत ही कम लोग ये जानते हैं कि इस पश्मीना शॉल को बकरी की ऊन से बनाया जाता है। READ ALSO :Soil Quality : अब मोबाइल फोन से ही पता कर सकते हैं मिट्टी की गुणवत्ता, आज भी करें ट्राई

इस बकरी की ऊन से बनते हैं पश्मीना शॉल?

दोस्तों आपको बताते चलें कि पश्मीना शॉल को लद्दाख में पाई जाने वाली बकरी की ऊन से बनाया जाता है। इन बकरियों को 'चंगथंगी बकरी' के नाम से जाना जाता है, जिनसे इतनी मुलायम ऊन मिलती है। सर्दी के समय में चंगथंगी बकरियां अपने शरीर के हिस्से से ऊन की एक चादर यानी हिस्से को अलग कर देती हैं। एक बकरी से लगभग 70 से 170 ग्राम ऊन मिलती है। पश्मीना शॉल बनाने के लिए तीन बकरियों की ऊन की आवश्यकता होती है।

किसान करते हैं कमाई :

READ MORE :Ind vs Sa Second T20 Live: एक बार फिर युवा टीम इंडिया अफ्रीका का सामन करने के लिए तैयार पहाड़ी इलाकों में किसानों का यह कमाई का साधन भी है। क्योंकि चंगथंगी बकरियों की ऊन काफी महंगी बिकती है और वहां के किसान काफी ज्यादा संख्या में इन बकरियों का पालन करते हैं। ऐसे में वो ऊन को बेचकर काफी ज्यादा पैसा कमा रहे हैं। अगर आप भी लद्दाख में रहने वाले हैं तो जरूर ये बात जानते होंगे और कमाई भी करते होंगे।