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Viral News : एशिया की सबसे बड़ी बस्ती की सरकार बदलने जा रही तस्वीर, इन सुविधाओं से किया जाएगा लैस

 
Latest News : सरकार लगातार देश में विकास कार्य कर रही है, नई बस्तियां बसा रही है, अवैध कालॉनियों को वैध बना रही है। हाल ही में एक जानकारी मिल रही है कि एशिया की सबसे बड़ी बस्ती की काया पलट होने जा रही है। आइए जानते हैं कौन सी है वो बस्ती। Dainik Haryana News,Big Breaking(चंडीगढ़): मुंबई को भारत का प्रवेश द्वारा माना जाता है। वहां पर हजारों बस्तियां हैं जहां पर लाखों लोग रहते हैं जैसे, कोलाबा प्वाइंट, मरीन ड्राइव, बांद्रा बर्ली सी लिंक, गगनचुंबी इमारतें आदि शामिल हैं। लेकिन अब सरकार ने एशिया की सबसे बड़ी बस्ती को बदलने का फैसला ले लिया है। इस बस्ती को स्लम बस्ती के नाम से भी जाना जाता है। यह सायन और माहिम के बीच में है, इसमें झुग्गी, संकरी गलियां, झोपड़ी और नालियां ये सब वहां की पहचान मानी जाती है। सरकार ने पहले भी बहुत सी झुग्गी झोपड़ियों को सुधारने का वादा किया है और बहुत सी जगह सरकार ने कामों को पूरा भी किया है। READ ALSO :Onion Price : प्याज की कीमतों में गिरावट के बाद आमजन को राहत!

हर्ष गोयनका ने किया ट्वीट :

हर्ष ने एक्स में लिया है कि अहमदाबाद के मध्य में शांतिग्राम अर्बन ओएसिस का नायाब उदाहरण है। अब अडाणी ग्रुप धरावी में भी नई पहचान देने जा रहा है ओर हमें भरोसा है कि शांतिग्राम की तरह हम सबके सामने नायाब टाउनशिप होगा। कमेंट में एक व्यक्ति ने लिखा है कि अहमदाबाद के जिस टाउनशिप का आपने जिक्र किया है वो काफी खुशी देने वाला है। जिस तरह से उस शहर को बसाया गया है वो सच में बेहद ही शानदार जगह है। धरावी की बात की जाए तो वह भी एक बहुत बड़ा प्रोजेक्ट है और अडाणी की टीम इसका विकास करने में कामयाब होगी।

जानें धरावी के बारे में(Know about Dharavi)?

धरावी को अंग्रेजों ने साल 1882 में बसाया था। जब बंबई का निर्माण चल रहा था उस समय मजदूरों के लिए इसे बसाया गया था। लेकिन आजादी के बाद जब लोग दूर से यहां आकर रहने लगे और इसे एक बस्ती के रूप में बना दिया गया। ऐसा माना जाता है कि यहां पर 10 लाख से ज्यादा लोग रहते हैं, और इसे दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी एशिया की स्मम बस्ती कहा जाता है। धरावी की जमीन के मालिकाना हम को लेकर काफी मस्ले चल रहे हैं लेकिन अभी यह बात साफ हो गई है कि यहां की जमीन सरकार की है। READ MORE :Adani Group : अडानी ग्रुप के शेयर ने पकड़ी रफ्तार, निवेशक हुए मालामाल हालांकि, लोगों ने अपने पैसों से यहां पर झुग्गी बनाई थी। साल 2022 में इसे जमीन पर उतारने में कायाबी मिली है और देश के सबसे बड़े औद्योगिक घराना अडानी ग्रुप इसे विकसित कर रहा है। करीब 550 एकड़ जमीन पर यह पूरा इलाका फैला हुआ है और 10 लाख से भी ज्यादा लोग यहां रहते हैं। 80 प्रतिशत से ज्यादा लोग ऐसे हैं जो पब्लिक टॉयलेट का इस्तेमाल करते हैं और 12 के करीब लोग एक ही कमरे में रहते हैं। इन आंकड़ों को देखने के बाद से ही पता चलता है कि बस्ती कितनी बड़ी है और कितनी भीड़ वहां पर होगी।