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Nithari Scandal: निठारी कांड के मुख्य आरोपी माने जाने वाले पंढेर और कोली बरी तो फिर असली गुनहगार कौन?

 
Nithari  Kaand: निठारी कांड एक ऐसी घटना जिसके बाहर आते ही पुरा देश हिल गया था। एक ऐसी घटना जिससे पुरे पुरे देश का गुस्सा फूट पड़ा था। निठारी कांड जिसमें पुलिस को हंडिया को इकट्ठा करने के लिए बोरियों में भरना पड़ा था। निठारी कांड(Nithari Scandal) में कंकालों से भरा पड़ा था नाला। पुलिस ने खुदाई के लिए मंगवाया JCB तो जहाँ भी खुदाई की वहां हंडिया ही मिली। Dainik Haryana News: Noida Nithari  Kaand(ब्यूरो): ये घटना साल 2006 की है जहाँ नोएडा के निठारी गांव में तेजी से बच्चे गायब होने लगे। निठारी गांव के लोगों ने इसकी सुचना पुलिस को दी, लेकिन इसके बाद भी बच्चों के अपहरण की घटना नहीं रूकी। किसी को कुछ समझ नहीं आ रहा था। इसके बाद निठारी गांव के लोगों ने D-5 कोठी की तलाशी लेने के लिए पुलिस को कहा। पुलिस ने जैसे ही कोठी की तलाशी ली उनको अपनी आंखों पर विश्वास ही नहीं हुआ, यहां हर और हंडिया ही हंडिया थी। कोठी के पिछे बने नाले में कंकाल भरे पड़े थे। इतनी हंडिया थी के पुलिस को इनहे इकट्ठा करने के लिए बोरे मंगवाने पड़े। Read Also: South Africa vs Netherlands Live:नीदरलैंड ने अफ्रीका को दिया अच्छा लक्ष्य पुलिस ने नाले की सफाई की तो इसमें बच्चों और महिलाओं के कंकाल मिले। कोठी में इसका मालिक मनिंदर सिंह पंढेर और उसका नौकर सुरेंद्र कोली रहता था। पुलिस ने दोनों को हिरासत में ले लिया।

ऐसे हुआ था निठारी कांड का खुलासा

निठारी में लगातार से बच्चे गायब हो रहे थे और किसी को कुछ समझ नहीं आ रहा था। एक दिन निठारी की एक महिला को मनिंदर सिंह पंढेर ने अपनी कोठी पर काम करने के लिए बुलाया, इसके बाद महीला घर नहीं लौटी तो महीला के परिवार वालों ने पुलिस में कंपलेंड करदी। पुलिस ने D-5 कोठी की तलाशी ली तो पुलिस को भी यकिन नहीं हुआ। यहां इतनी हंडिया पड़ी थी के गिनती में नहीं आ रही थी। कोठी के पिछे बने नाले में 19 बच्चों के कंकाल और महिलाओं के कंकाल मिले। इसका आरोप कोठी के मालिक मनिंदर सिंह पंढेर और उसके नौकर सुरेंद्र कोली पर लगा।

कोली देता था घटना को अंजाम!

बताया गया की कोली कोठी के सामने से निकलने वाले बच्चों को टोफी और चाकलेट का लालच देकर अंदर बुलाता और उनके साथ गंदा काम करने के बाद बच्चों को मार डालता। सबूत छिपाने के लिए शवों को नाले में फैंक देता।

17 साल बाद मनिंदर सिंह पंढेर और कोली केस से बरी

इस मामले को कोर्ट में चलते हुए 17 साल हो गए। निठारी गांव के पीड़ितों ने दोनों की फांसी की मांग की थी, लेकिन कोर्ट ने सबूतों के अभाव के चलते दोनों को बरी कर दिया। इसे पुलिस और CBI की सबसे बड़ी असफलता माना जा रहा है। Read Also: PM Yojana : अब इतनी आय वाले परिवारों को भी मिलेगा इस योजना का लाभ अब सवाल इस बात पर उठने लगे हैं कि अगर मनिंदर सिंह पंढेर और उसका नौकर सुरेंद्र कोली बरी हैं तो फिर आरोपी कौन है। CBI का कहना है कि हाई कोर्ट के इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चलेंज किया जाएगा। आपकी इस बारे में क्या राय है हमें कमेंट कर जरूर बताएं।