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Delhi Airport : दिल्ली एयरपोर्ट पर अचानक क्यों बढ़ रही पैसेंजर्स की संख्या

 
Delhi Airport News : जैसा कि आप जानते हैं हवाई अड्डे पर एक देश से दूसरे देश जाने के लिए लोग आते हैं और जहां जाना होता है वहां की फ्लाइट पकड़ते हैं। अचानक से दिल्ली एयरपोर्ट पर यात्रियों की भीड़ बढ़ रही है। आइए जानते हैं क्यों बढ़ रही है पैसेंजर्स की भीड़। Dainik Haryana News,Delhi airport passengers(ब्यूरो): साल 2219 में होने वाली कोरोना महामारी के बाद पैसेंजर्स की संख्या में पहली बार इजाफा होता नजर आ रहा है। इस बार कोरोना से पहले जो यात्रियों की संख्या इस बार चालू वित्त वर्ष 2023-24 में उसके पार होती नजर आ रही है। आंकड़ों की माने तो इस बार एयरपोर्ट पर 7 करोड़ से भी ज्यादा आंकड़ा पार हो सकता है। READ ALSO :Haryana Weather Update: अगले 3 दिन रहेगा मौसम साफ, तेज हवा के साथ ठंड में होगी बढ़ौतरी दिल्ली एयरपोर्ट का संचालन करने वाली दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विदेह कुमार जयपुरिया ने शुक्रवार को बताया है कि अगले साल फरवरी के अंत तक टर्मिनल 1 का विस्तार पूरा होने की उम्मीद जताई जा रही है और इससे घरेलू हवाई यात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। इसके अलावा टर्मिनल-2 (टी2) को कुछ समय के लिए अंतरराष्ट्रीय टर्मिनल में बदल दिया जाएगा. मौजूद समय में टी 2 पर घरेलू उड़ाने की आवाजाही होती है और टी 2 1.5 करोड़ यात्रियों का प्रबंधन करने की क्षमता रखता है। राष्ट्रीय राजधानी स्थित इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा (IGIA) देश का सबसे बड़ा हवाई अड्डा है और इसका संचालन डायल करती है। एयरपोर्ट पर 3 टर्मिनल टी-1, टी-2 और टी-3 पर ज्यादा यात्री आ रहे हैं। हाल ही में टी-3 सिर्फ इंटरनेशनल उड़ानों का संचालन होता है, एयरपोर्ट के संचालक का कहना है कि यात्रियों की संख्या में अच्छा सुधार हो रहा है। वैश्विक महामरी से पहले अधिकतम 6.93 करोड़ यात्री सफर करते हैं। READ MORE :Haryana News : हरियाणा के इस विश्वविद्यालय पर सरकार करने जा रही 357 करोड़ पिछले वित्त वर्ष में हमने 6.53 करोड़ यात्रियों का आंकड़ा का पार किया है और इस साल हम 7 करोड़ यात्रियों का आंकड़ा पार कर सकते हैं। इसमें 5.2 करोड़ से ज्यादा यात्री घरेलू होंगे और 1.8 करोड़ यात्री इंटरनेशनल बताए जा रहे हैं। टी-1 का विस्तार अगले साल फरवरी के आखिर तक पूरा हो जाएगा और इसके पूरा होते ही टर्मिनल की यात्रा प्रबंधन क्षमता 1.7 करोड़ से ज्यादा होकर 4 करोड़ हो जाएगी। टी-3 पर इंटरनेशनल यात्रियों की क्षमता दो करोड़ के आसापास है। यहां पर हर रोज 1500 हवाई यात्री उड़ान भरते हैं। साल 2030 तक इस एसरपोर्ट को शुद्ध शुन्य कार्बन उत्सर्जन एयरपोर्ट बनाने का लक्ष्य है।