Disserence Between Railway line and track : क्या आप भी नहीं जानते रेलवे ट्रैक और रेल लाइन में अंतर, 90 प्रतिशत लोग हुए फैल
Dainik Haryana News,Railway line Update (New Delhi):भारतीय रेलवे हमारे जीवन का बहुत प्रमुख हिस्सा है। यह देश में यात्रा करने का सबसे आसान और सस्ता साधन हैं। भारतीय रेलवे को लेकर कई बाते हैं जिन्हे हम नही जानते हैं। इसलिए लोग उत्सुकता के साथ इसको लेकर बात करते हैं।
ऐसी ही एक जानकारी हैं रेलवे ट्रैक और रेल लाइन को लेकर है क्या आप दोनों को एक ही समझते हैं। या फिर आप को इन दोनों का बीच का अंतर मालूम हैं। अगर नहीं तो आइए जानते हैं इन दानों में क्या अंतर हैं। सामान्य तौर पर अक्सर लोग रेलवे ट्रैक और रेल लाइन को एक ही समझते हैं। लेकिन ऐसा नहीं हैं। दोनों टर्म का इस्तेमाल एक साथ किया जाता है लेकिन दोनों एक बात नहीं हैं। रेलवे ट्रैक और रेल लाइन के बीच एक बड़ा अंतर होता है।
पहले रेल लाइन फिर रेलवे ट्रैक(First the railway line then the railway track)
आपको बता दे कि बिना रेल लाइन तय किए रेलवे ट्रैक तैयार नहीं जा सकता हैं। उदारण के लिए अगर सरकार यह ऐलान करती है। कि कानपुर और प्रयागराज के बीच एक लाइन बनेगीऔर कुछ महीने के बाद इसमें रेल ट्रैक का काम शुरू किया जाएगा। तो यहां दानों बात एक साथ कही गई हैं। लेकिन इसमें अतंर साफ-साफ हैं। रेलवे लाइन दो प्वाइंट के बीच की दूरी होती है जैसे- प्रयागराज और कानपुर के बीच की दूरी। इन दोनों बिंदुओं के बीच में रेलवे ट्रैक बिछाया जाता है। बता दें कि अक्सर लोग ट्रेन की पटरी को रेवले ट्रैक समझते हैं लेकन ऐसा नहीं है। रेलवे ट्रैक में स्टील लोहे की पटरी, हैवी स्लीपर और बैलेस्ट होते हैं। इन तीनों को मिलाकर ही रेलवे ट्रैक तैयार किया जाता है।
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रेलवे ट्रैक तैयार करने में आता है इतना खर्च(It costs so much to prepare a railway track)
रेल ल क्या आप जानते हैं कि आखिर ट्रेन की पटरी पर जंग क्यों नही लगता। दरअसल रेल की पटरी लोहे की नहीं होती हैं। यह खास तरह के सटील की होती हैं। जिसमें मेंगलॉय को मिलाकर तैयार किया जाता है। यह स्टील पर नमी और ऑक्सीजन को कोई प्रभाव नहीं पड़ता हैं। आपको बता दे की आमतौर पर 1 किलोमीटर रेलवे ट्रैक को तैयार करने के लिए 10 से 12 करोड़ रूपये की लागत आती हैं।