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Kisan News :  सरसों बिजाई के दौरान कृषि विभाग की सिफारिश पर अमल करें किसान

 
Kisan Yojana :  उपायुक्त मोनिका गुप्ता (आईएएस) ने जिले के किसानों से आह्वान किया है कि वह सरसों की बिजाई के दौरान डीएपी के स्थान पर एसएसपी का इस्तेमाल करें। इस संबंध में कृषि विभाग के अधिकारी लगातार किसानों को जानकारी दे रहे हैं सभी किसान कृषि विभाग की सिफारिश पर अमल करें। Dainik Haryana News,Kisan News(नई दिल्ली):  डीसी ने बताया कि किसान सरसों की अच्छी गुणवत्ता व पैदावार के लिए बिजाई के समय डीएपी की बजाय प्रति एकड़ 75 किलोग्राम एसएसपी, 35 किलोग्राम यूरिया, 14 किलोग्राम पोटाश एमओपी तथा 10 किलो जिंक सल्फेट की बिजाई करें। इसके अलावा किसान एक बैग एनपीके 12:32:16, दो बैग जिप्सम, 15 से 20 किलो यूरिया तथा 10 किलो जिंक सल्फेट प्रति एकड़ मिलाकर भी इस्तेमाल कर सकते हैं। READ ALSO :Election Commission : नई वोट बनाने के लिए निर्वाचन आयोग दे रहा मौका इस संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए कृषि विभाग के उपनिदेशक डॉ. देवेंद्र सिंह ने बताया कि सरसों की बिजाई के समय आमतौर पर किसान प्रति एकड़ 50 किलो यानी एक बैग डीएपी की बिजाई करता है जबकि यह मात्रा ज्यादा होने के बावजूद भी फसल की जरूरत के अनुसार पोषक तत्वों की पूर्ति नहीं कर पाती है। ऐसे में किसान डीएपी की जगह एसएसपी यानी सिंगल सुपर फास्फेट का इस्तेमाल करें। यह फास्फोरस के साथ-साथ सल्फर की भी पूर्ति करता है। उन्होंने बताया कि एसएसपी न केवल फसल की पैदावार बढ़ता है बल्कि गुणवत्ता को भी सुधारता है। READ MORE :Kisan Karj Mafi : किसानों का 1 लाख तक का कर्ज माफ, ऐसे चेक करें लिस्ट में अपना नाम कृषि विभाग के सहायक पौधा सरंक्षण अधिकारी डॉक्टर हरपाल सिंह का कहना है कि किसान सरसों के बीज को जैसा खरीदा है वैसा ही बीज देते हैं। बीज का उपचार न करने के कारण सरसों में तना गलन रोग की शिकायत होने का अंदेशा रहता है। इसलिए किसान बिजाई से पहले बविसटीन 2 ग्राम प्रति किलो बीज में मिलाकर ही बिजाई करें।