{"vars":{"id": "112803:4780"}}

Manipur News: भारत सरकार के हाथ बड़ी कामयाबी, मणिपुर के अलगाववादी संगठन के किया सरेंडर

 
Manipur UNLF Organization Surrender: लंबे समय से मणिपुर में काम कर रहे अलगाववादी संगटन यूनाइटेड नेशनल लिब्रेशन फ्रं ट ने (Manipur News)कल बुधवार के दिन अपने आप को हथियारों के साथ सरेंडर कर दिया। इस संगठन ने बैन लगने के 16 दिन के अंदर ही केंद्र सरकार से बातचीत करते हुए शांति वार्ता पर हंस्ताक्षर करते हुए अपने आप को हथियारों समेत सोंप दिया। आखिर ऐसा क्या हुआ जो इतने सालों से मणिपुर में काम कर रहे इस संगठन ने अपने आप को बैन लगने के महज 16 दिन बाद ही सरेंडर कर दिया। आखिर क्रूा है इसके पिछे की कहानी जानने के लिए बनें रहें हमारे साथ। Dainik Haryana  News: Manipur United National Liberation Front Surrender(नई दिल्ली): मणिपुर में 3 मई को हिंसा भड़की थी। हिंसा ऐसी की हैवानयित का नंगा नाच देखने को मिला। मैतई और कुकी समाज के बिच हिंसा भड़की और पुरा मणिपुर जलकर राख हो गया। मणिपुर में महिलाओं की इज्जत से खेला गया और लोगों को जिंदा जला दिया गया। वहीं से एक बार फिर से सक्रिय हुए थे बहुत से संगठन। ये संगठन पब्लिक में अपना आधार बढ़ाने में लगे हैं जिसमें दूसरे समुदायों पर हमला किया जा सके। Read Also: Indian Railways : वैष्णों देवी जानें वालों के लिए रेलवे ने जारी किया बड़ा अपडेट, अभी कर लें चेक

सरकारने 13 नवंबर को UNLF पर लगाया था बैन

केंद्र सरकार ने UNLF संगठन पर बैन लगाय था। मणिपुर के इस अलगाववादी संगठन प केंद्र सरकार दवारा 5 सराल का बैन लगाया गया था। इसके इलसवा और भी कई संगठनों पर 5 साल का बैन लगाया गया है।

केंद्र सरकार ने उठाया बड़ा कदम

केंद्र सराकर ने मणिपुर में शांति बनाए रखने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। केंद्र सरकार ने एक और से सख्त रवैया अपााया तो एक और से शांति की और अपना रूख किया। केंद्र सरकार ने शांति से समझाते हुए अपने हथियार डालने के लिए कहा गया।

लंबे समय बाद मणिपुर में शांति की उम्मीद जागी

16 दिनों से चल रही बातचीत के बाद मणिपुर में लंबे समय से काम कर रहे उग्रवादी संगठन UNLF ने शांति वार्ता पर हस्ताक्षर कर अपने आप को हथियारों समेत सरेंडर कर दिया है। इससे एक बार फिर से मणिपुर में शांति की किरण दिखाई दी है। Read Also: Ind vs Aus: इन 2 खिलाड़ियों को माना टीम इंडिया की हार कर विलेन मणिपुर के सीएम बीरेन सिंह भी इस बात से काफी खुश नजर आए है। बीरेन सिंह ने इस समझौते का पुरा श्रेय केंद्र सरकार को दिया है। पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह का दिया है।