{"vars":{"id": "112803:4780"}}

New Highway :भारत में बना ये हाईवे सीधा जाता है विदेश, कौन सी साल से होगा शुरू

 
Big Breaking : आंकड़ों का कहना है कि ये हाईवे साल 2027 तक पूरी तरह बनकर तैयार हो जाएगा। इस रोड की लंबाई 1400 किलोमीटर है जो तीनों देशों को जोड़ने का काम करेगा। इस सड़क के बनने बाद आप आसानी से थाईलैंड जा सकते हैं। मोदी सरकार का कहना है कि इस प्रोजेक्ट को साल 2014 में शुरू कर दिया गया था जिसे 2027 में बनाकर तैयार कर दिया जाएगा। Dainik Haryana News :#India New Highway (नई दिल्ली) : भारत के एक्ट ईस्ट पॉलिसी के सबसे बड़े प्रोजेक्ट का काम 70 प्रतिशत तक पुरा हो चुका है। दूसरे विश्वयुद्ध के समय बनी भारत से चीन तक की स्टिलवेल रोज की तर्ज पर एश्एिन हाईवे का काम पूरा होने को है जल्द ही इसे शुरू कर दिया जाएगा। परिवहन मंत्री का कहना है कि उन्होंने काम को खुद जाकर देखा है और देखने से पता चलता है कि हाईवे का काम 70 प्रतिशत तक पूरा हो चुका है। मणिपुर में बिगड़े माहौल की वजह से थोड़ी काम करने में दिक्कत आ रही है। लेकिन जल्द ही इसे ठीक करके दौबारा से फिर काम को तेजी से चलाया जाएगा। आइए खबर में जानते हैं कब तक पूरा हो सकता है इसका काम। READ ALSO :Jio True 5G Launch In Kkr : जियो ट्रू 5जी सेवाएं कुरुक्षेत्र के ब्रह्मा सरोवर में लॉन्च

जानें किसा साल बनकर होगा तैयार?

आंकड़ों का कहना है कि ये हाईवे साल 2027 तक पूरी तरह बनकर तैयार हो जाएगा। इस रोड की लंबाई 1400 किलोमीटर है जो तीनों देशों को जोड़ने का काम करेगा। इस सड़क के बनने बाद आप आसानी से थाईलैंड जा सकते हैं। मोदी सरकार का कहना है कि इस प्रोजेक्ट को साल 2014 में शुरू कर दिया गया था जिसे 2027 में बनाकर तैयार कर दिया जाएगा।

जानें कौन से देशों से होकर गुजरेगा हाईवे?

READ MORE :Haryana News : बिजनेस शुरू करने के लिए हरियाणा सरकार दे रही इतने पैसे की मदद इस हाईवे को कोलकाता से शुरू किया गया है और ये तीन देशों को आपस में जोड़ने का काम करेगा। कूचबिहार होते हुए बंगाल के श्रीरामपुर सीमा से असम में प्रवेश करेगा और असम से होते हुए दीमापुर और नागालैंड को होते हुए मणिपुर के इंफाल में जाएगा। इसके बाद सीधा म्यांमार में प्रवेश करेगा। म्ंयामार से होते हुए आप सीधे इस सड़क से थाईलैंड जा सकते हैं। ये सड़क म्ंयामार में बागो और यंगून होते हुए थाइलैंड पहुंच जाएगा। मोदी जा का कहना है कि इस सड़क के बनने से उत्तर पूर्व क्षेत्र की अर्थव्यवस्था में सुधार आएगा। इसके साथ ही चीन के व्यापार को कम करने में मदद मिलेगी और जब हमारे भारत का व्यापार यहां तक पहुंचेगा तो चीन का व्यापार कम होगा और चीन को एक झटका लगेगा। ऐसा करने से हमारे देश की चीन के प्रोडक्ट्स पर निर्भता कम होगी।