{"vars":{"id": "112803:4780"}}

Railway News : भारत के इस रेलवे स्टेशन पर रहते हैं भूत, नहीं रूकती कोई भी ट्रेन!

 
Railway News : देश के हजारों रेलवे स्टेशनों पर हर रोज करोड़ों लोगों का आना जाना लगा रहता है। अगर आप भी रेल में सफर करते हैं तो ये सुचना आपके काम की होने जा रही है। जी हां.. आज हम आपको हमारे देश के एक ऐसे रेलवे स्टेशन के बारे में बताने जा रहे हैं जहां पर भूत रहते हैं। आइए खबर में जानते हैं कौन सा है वो रेलवे स्टेÑशन।     Dainik Haryana News : Indian Railway News : आपने भी ट्रेन में सफर किया होगा और ऐसे रेलवे स्टेशन भी देखे होंगे जो आपको बेहद ही पसंद आए होंगे। कुछ रेलवे स्टेशन ऐसे भी होंगे जो आपको काफी डरावने लगे होंगे। वैसे तो हमारे देश में हजारों रेलवे स्टेशन हैं कुछ वर्ल्ड क्लास में भी आते हैं। आज हम आपको एक ऐसे रेलवे स्टेशन के बारे में बताने जा रहे हैं जहां पर सुना है कि भूतों का वास है और आज तक वहां पर कोई भी ट्रेन रूकी नहीं है।  

10 भूतिया स्टेशनों के नाम लिस्ट : 

  READ ALSO : Bollywood News : क्या ये दो एक्ट्रेस लेती हैं दीपिका से भी महंगी फीस?     दरअसल, ये रेलवे स्टेशन पश्चिम बंगाल के पुरूलिया जिले में है जिसका नाम बेगुनकोडोर रेलवे स्टेशन है। यहां पर लोग ही नहीं प्रशासन भी आने जाने से डरता है। साल 1960 में ये बना था और 10 भूतिया स्टेशनों के नाम लिस्ट में इसका नाम आता है। कुछ दिनों के लिए तो ये सही चला पर बाद में यहां पर कई प्रकार की घटनाएं होने लगी और लोगों को वहां पर अजीबों गरीब लोग दिखाई देने लगे। एक महिला की तस्वरी वहां पर लोगों को नजर आने लगी।  

बेगुनकोडोर रेलवे स्टेशन : 

  ये बातें महज 7 ही सालों के बाद होने लागी। इस बात को तब माना गया जब एक सफेद साड़ी वाली महिला को देख एक आदमी की मौत हो गई और फिर वहां पर रेल में भी कुछ हादसे होने लगे। इसके बाद ये बात साबित हो गई के जब स्टेशन मास्टर का पूरा परिवार वहंी पर मरा हुआ मिला और रात के समय में जो भी ट्रेन वहां से गुजरती तो लोगों का कहना है कि भूत ट्रेन के साथ दौड़ता हुआ नजर आता था.   READ MORE : Business Ideas : 50 हजार से शुरू करें ये बिजनेस, हर माह कमाएं 2 लाख   और कभी -कभी तो ऐसा होता के वो दौड़कर ट्रेन से भी आगे निकल जाता था। जब भी ट्रेन को कोई चलाता तो भूत पटरियों पर नाचते हुए नजर आने लगते थे। उसके बाद ही इस स्टेशन को बंद कर दिया गया और कोई भी यात्री यहां पर नहीं आता था। जो भी वहां से जाती तो उसकी स्पीड का बढ़ा दिया जाता था। हालांकि, साल 2009 में ममता बेनर्जी ने इस दौबारा से शुरू कर दिया गया था पर यहां पर कोई भी यात्री शाम 5 बजे के बाद नहीं आता और ना ही उसके बाद कोई भी ट्रेन यहां पर रूकती है।