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Second World War: एक ऐसा दौर जब जापान नें छापा बहुत रूपया, क्या थी इसकी वजह

 
Latest News: क्या आपने कभी सुना है कि किसी देश नें बहुत सारा पैसा एक साथ छाप दिया हो। आप के दिमाग में एक बात जरूर आई होगी की वहां के लोग बहुत अमीर हो जाएगी। और वहां की सरकार भी। एक बार जापान नें बहुत सारा पैसा छाप डाला था।   Dainik Haryana News: Big Update: आइए जानें जापान नें ऐसा क्यों किया था। कहानी कुछ यूं है की दूसरे विश्वयुद्ध (Second World War)के दौरान जापानी (Japan)सेना लगातार कब्जा करते हुए आगे बढ़ रही थी बर्मा पर कब्जा करने के बाद जापान नें वहां अपनी करंसी लांच करने की सोची।   जापान (Japan)वहां ही नहीं रूका आगे चलकर उसने अंडमान निकोबार पर भी कब्जा करने की सोची। और वो ऐसा करने में सफल भी रहा।  

क्यों छापा था जापान नें रूपया का नोट

Read Also: IAS Success Story: शुरूआत में पढ़ाई में थी कमजोर आगे चलकर मेहनत कर बन गई IAS अफसर आप सोच रहें होंगे की रूपया तो भारत की करंसी(C urrency of India)है, फिर जापान नें क्यों छापा रूपया। जापान नें अंडमान निकोबार पर कब्जा करके वहां भी अपनी करंसी लांच करने की सोची। अंडमान निकोबार में में रूपया चलता है।   तो जापन(Japan)नें अपनी करंसी का नाम भी रूपया रख दिया था। जापान नें 1,5,10,100 तथा आधा रूपये के नोट छापे थे। इस सिरिज के नोट पर BA तथा BD जैसे कोड़ लिखे रहते थे। जापान वहीं नहीं रूकने वाला था। Read Also:Operation Smile Campaign : हरियाणा सरकार की और से चलाया गया ऑपरेशन स्माइल अभियान, गुमशुदा बच्चों की होगी तलाश  वो लगातार आगे बढ़ रहा था। इस बीच अमेरिका नें जापान के दो शहरों हिरोशिमा और नागासाकी पर परमाणु हमला ( Nuclear Attack)कर दिया। जिसके बाद जापान नें सरेंडर कर दिया। और दूसरे विश्वयुद्ध (Second World War)पर विराम लगा था।   परमाणु हमले नें जापान के दो शहरों को पुरी तरह से तबाहा कर दिया था। जिसका दर्द जापान को लंबे समय तक सहना पड़ा था।