Delhi Triple Murder Case: 20 सितंबर का वो दिन जो एक काला अध्याय लेकर आया। जैसे ही 20 सितंबर 2015 की सुबह हुई। दिल्ली के ख्याला थाना में सुबह 6 बजकर 55 मिनट पर एक मर्डर कैश का मामला सामने आया था। जिससे पुरा दिल्ली हिल गया था। सामने आया था एक मां और उसके 2 मासूम बच्चों का मर्डर कैश। आज 8 साल बाद मिली दोषियों को मौत की सजा। इस बारे में पुरी जानकार पाने के लिए बनें रहें हमारी खबर के अंत तक।
Dainik Haryana News: Tis Hazari Court(चंडीगढ़): 20 सितंबर 2015 को सुबह सुबह दिल्ली के ख्याला थाने में एक तिहरा मर्डर केस मर्डर केस का मामला सामने आया। जब पुलिस ने मौके पर जाकर देखा तो पुलिस से भी देखा नहीं गया। मां और उसके 6 और 7 साल के बच्चों को इतनी बेरहमी से मारा गया। तीनो को बेरहमी से मारा गया, बलातकार किया गया और चौरी लुटपाट की गई। इसके बाद मामला सामने आया और दिली में लोग सड़को पर उतर आए। पुलिस और लोगों के बीच झड़पें हुई जिसमें कई पुलिसवाले भी घायल हुए।
शुरू हुई मामले के तेजी से जांच।
महिला के पति ने अपने मकान मालिक पर सक जताया लेकिन छानबीन के बाद मकान मालिक फहीम इसमें शामिल नहीं पाए गए। इसके बाद से इंस्पेक्टर तनवीर अशरफ ने मामलेइ की और गहराई से जांच करनी शुरू कर दी। पुलिस को मिली एक सुचना से केश के दो आरोपियों को गिरफतार कर लिया गया। इसके बाद उनकी मदद से तीसरे आरोपी को भी गिरफतार कर लिया। पुलिस को आरोपियों के पास से चुराए गए बैग और हत्या को अंजाम देने वाला स्करू ड्राईवा मिला।
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45 गवाह एक ने भी नहीं बदली जुबान
दिल्ली में हुए इस हत्या कांड के बाद कोर्ट में 45 गवाहों को पेसय किया गया था, 45 गवाहों में से एक ने भी अपना बयान नहीं बदला और आरोपियों को उनके अंजाम तक पहुंचा दिया। सरकारी वकील के साथ गवाहों ने भी अपनी दलिलें पेस की।
आज तक ऐसा कभी नहीं हुआ होगा
इस भयानक और बेरहमी से किए गए तीहरे मर्डर केश में 45 गवाह थे और लगातार 8 साल तक केश चलता रहा,
Read Also: Indian Railway Share : रेलवे के शेयरों ने निवेशकों को किया मालामाल, जान लें नाम ये सभी गवाह हर बार सुनवाई में उपस्थित रहे और एक भी गवाह अपने बयान से नहीं मुड़ा और अंत में इन सब की जीत हुई मां और उसके बच्चों को इंसाफ मिला। दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट ने हत्याकांड के तीनों ही आरोपियों को मौत की सजा सुनाई और 8 साल बाद न्याय का दरवाजा खुला।