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IAS Success Story : बिना किसी कोचिंग के 22 साल के एक लड़के ने की UPSC की परीक्षा पास,आप भी अपना सकते है ये स्ट्रेटजी

 
UPSC Success Story : यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा भारत की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक है जिसके लिए बहुत मेहनती करनी पड़ती है। परीक्षा में सफल होने के लिए छात्र प्रतिष्ठित संस्थानों में कोचिंग और ट्यूशन पर लाखों रूपये खर्च करते है। Dainik Haryana News,Success Story (New Delhi ) :  यूपी के रहने वाले अरूणराज ने कड़ी मेहनत से यूपीएससी की परीक्षा पास की हैं। स्कूल के दिनों में अरूणराज एक मेधावी छात्र थे। इंटमीडिएट के बाद, उन्होंने आईआईटी कानपूर में प्रवेश लिया। Read Also : UP News : उत्तर प्रदेश की महिलाओं को सरकार हर महीने देने जा रही इतने रूपये डीएनए इंडिया की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि इंजीनीयर बनने के बजाए, उनका सपना आईएएस अधिकारी बनना था। इसलिए,स्रातक के चौथे वर्ष में ही उसने यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी। अपनी इंजीनियर की पढ़ाई पूरी करने के बाद,उन्होंने नौकरी करने के बजाय स्व-अध्ययन पर ध्यान केंद्रित करने किया। यूपीएससी की तैयारी के लिए अधिक समय देने का निर्णय किया। वह अपने फंडामेंटल्स को क्लियर करने के लिए पूरी तरह से एनसीआरटी की किताबों पर निर्रभ थे। हालाँकि,कई उम्मीदवारों ने यह साबित कर दिया है कि हमें उन कोचिंग संस्थानों पर इतना पैसा खर्च करने की जरूरत नहीं है, जिन्होंनें शिक्षा को व्यवसाय में बदल दिया है। ऐसे ही एक शख्स हैं आईएएस अरूणराज जिन्होनें बिना किसी कोचिंग के यूपीएससी की परीक्षा पास की है। वह भी अपने पहले प्रयास में जब वह केवल 22 साल के थे। उन्होंनें कई मॉक इंटरव्यू भी दिए और आॅनलाइन संसाधनों का उचित उपयोग किया। Read More : Haryana News : हरियाणा के इस जिले में बनने जा रहा तीसरा बस स्टैंड, मिलेंगी ये लग्जरी सुविधाएं खुद पर उनका विश्वास आखिरकर रंग लाया और उन्होंने अपने पहले ही प्रयास में प्रभावशाली रैंक-34 के साथ यूपीएससी सीएसई 2014 में सफलता हासिल की। उन्होंनें कई मॉक इंटरव्यू भी दिए और आॅनलाइन संसाधनों का उचित उपयोग किया। 2015 बैच के तमिलनाडू कैडर के आईएएस अधिकारी हैं और वर्तमान में तमिलनाडू सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स कॉर्पोरेशन आॅफ तमिलनाडू लिमिटेड के कार्यकारी निर्देशक के रूप में तैनात हैं। आईएएस अरूणराज ने साबित कर दिया है कि आपको अपने लाखों रूपये खर्च करने की जरूरत नहीं है। यदि आप वास्तव में अपने लक्ष्य के प्रति समर्पित हैं तो कोचिंग संस्थानों में माता पिता की मेहनत की कमाई का उपयोग करें।