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Success Story: करोड़पति नाई, महंगी गाड़ी में आता है बाल काटने!

 
Barber Success Story: आपने बहुत से बिजनेसमेनों की कहानी सुनी होगी। उनके पास महंगी से महंगी गाड़ी भी देखी होगी। लेकिन क्या आपने कभी एक करोड़पति नाई के बारे में सुना है। जिसके पास महंगी से महंगी गाड़ी है। करोड़ों की गाड़ी में बैठकर बाल काटने आता है। एक समय था, जब औरों की तरह 10 से 20 रूपये में काटता था बाल। लेकिन किस्मत नें लिया मोड़ और बन गया करोड़पति। क्या है इस 10 रूपये में बाल काटने वाले नाई के करोड़पति बनने की कहानी। पुरी जानकारी के लिए बनें रहे हमारी खबर के अंत तक। Dainik Haryana News: Business man Success Story: किसी भी वयक्ति के करोड़पति बनने पर अकेली किस्मत ही नही बल्कि उस वयक्ति की कड़ी मेहनत भी छिपी होती है। ऐसी ही कहानी है कर्नाटक के बेंगलूरू के रहने वाले रमेश बाबू(Ramesh Babu) की। जिनके पास आज करोड़ों की संपति है।   करोड़ों की गाड़ी बंगला है। एक समय जिनकी सुबह लोगों के घर जाकर अखबार पहुंचाने से होती थी। आपके मन में सवाल उठ रहा होगा की अगर रमेश बाबू बाल काटते हैं और वो करोड़पति हैं। तो वो बाल काटने का बहुत चार्ज लेते होंगे। लेकिन ऐसा कुछ नहीं है। Read Also: Jio 5G : 5जी डाउनलोड स्पीड में जियो ने गाड़े झंडे, यूजर्स को 315MBPS की मिल रही शानदार स्पीड  रमेश बाबू हेयरकटींग के केवल 100 से 150 रूपये ही चार्ज करते हैं। आपके मन में फिर से सवाल उठा होगा अगर रमेश जी हेयर कटिंग के 100 से 150 रूपये ही लेते हैं तो फिर उनके पास इतना पैसा आया कहां से। तो चलिए सुनते हैं रमेश बाबू की जुबानी। रमेश बाबू(Ramesh Babu) ने बताया की वो बाल काटने तक ही सिमित नही रहना चाहते थे, इसलिए उन्होंने कुछ बिजनेस करने की सोची। और साल 1993 में रमेश बाबू नें एक ओमी खरीदी। जिसकी वो किस्त तक नहीं भर पाए। लेकिन रमेश बाबू ने हार नही मानी और कार लेकर किया करना शुरू किया। Read Also: PM Kisan Yojana : 14वीं किस्त से पहले किसानों के खाते में आएंगे 15 लाख रूपये! धीरे-धीरे वो अपना काम बढ़ाते चले गए। और साल 2011 तक वो इतने सफल हो गए कि रालस रायस कार लेने की सोची। आज रमेश बाबू (Ramesh Babu)के पास 400 से अधिक कारें हैं। ओमी से शुरुआत करके 400 कारों तक का रमेश बाबू का सफर बड़ा ही कठिन रहा। रमेश बाबू के सफल होने के पिछे उनके बाल काटने की साप यां कोई अधिक चार्ज नही। वो इस मुकांम पर अपनी मेहनत और लगन से पहुंचे हैं।