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Success Story: खेती करने के लिए किसान की बेटी ने छोड़ दी अच्छी खासी AC वाली नौकरी

 
Farmer Success Story: हर एक माता-पिता चाहता है कि उसके बच्चे पढ़ लिख कर सफल हो, बेटा हो यां बेटी। मां बाप खूद कष्ट सहन करके बच्चों की हर एक इच्छा पुरी करते हैं। ताकि बच्चे कामयाब होकर अपने माता-पिता का सहारा बन सके। बहुत से युवा अपनी सफलता की कहानी लिख देते हैं। आपने अच्छी नौकरी छोड़ IAS , IPS बनने की कहानी शुनी होगी। Dainik Haryana News: #Roja Reddy Success Story(ब्यूरो):लेकिन हमारी आज की कहानी इन सब से अलग है। एक किसान की बेटी ने खेती करने के लिए अच्छी खासी नौकरी छोड़ दी। यह कहानी है कर्नाटक के डोन्नेहोल्ली गांव में एक किसान परिवार में जन्म लेने वाली रोजा रेड्डी( Roja Reddy) की। रोज ने पढ़ाई पुरी करने के बाद नौकरी जाइन कर ली। इस बीच करोना काल की शुरुआत हुई और रोजा को घर बैठे नौकरी करने का मौका मिला। रोजा कंपनी का काम खत्म करती और शाम को खेत में चली जाती। Read Also: PAN Card : पैन कार्ड धारकों पर सरकार क्यों लगा रही एक हजार रूपये का जुर्माना? कुछ दिन ऐसा ही चलता रहा। रोजा ने आर्गेनिक खेती( organic farming) करने का मन बनाया। रोजा ने कम पैदावार होने का कारण पता लगाया। इसका सबसे बड़ा कारण था खेत में ज्यादा फर्टिलाइजर का इस्तेमाल। जब रोजा ने आर्गेनिक खेती करने की शुरुआत की तो बहुत से लोगों ने उसका मजाक बनाया। रोजा ने आर्गेनिक तरीके अपनाए और पैदावार बढ़ाने में सफल रही। रोजा ने सब्जी उगानी शुरू करदी। रोजा ने अब खेती करने के लिए नौकरी भी छोड़ दी। धीरे-धीरे रोजा ( Roja Reddy)किसानों के समूह को इकठ्ठा करती गई और उन्हे आर्गेनिक खेती की जानकारी देती गई। रोजा अब पुरी तरह से किसान बन चुकी थी। रोजा धीरे-धीरे 40 प्रकार की सब्जी अपने खेतों में उगाने लगी। रोजा एक दिन में 600 से 800 किलो तक सब्जी का उत्पादन करने लगी। जिस जमीन में रोजा के पिता और भाई खेती करने में असफल हो रहे थे। Read Also: Funny Jokes: पति-पत्नी के मजेदार चुटकुले, BF , GF का झगड़ा जैसे मजेदार चुटकुले लेकर आए हैं रोजा ( Roja Reddy)ने उसी जमीन से करोड़ों की कमाई कर दिखाई। आज रोजा एक सफल किसान हैं। एक समय खेती करने के लिए घर वालों तक से झगड़ा किया था रोजा ने। आज उसी खेती से रोजा ( Roja Reddy)साल के करोड़ों रूपये की कमाई करती है। आज रोजा बहुत से किसान समूह से जुड़ी है। तथा रोजा ( Roja Reddy)से सीख लेकर गांव के बहुत से किसानों ने आर्गेनिक खेती को अपनाया।