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UPSC Success Story : मां चलाती थी पेट्रोल पंप,बेटी महज इतनी उम्र में बनी आईएएस अफसर
 

IAS Success Story : यूपीएससी की परीक्षा को भारत की सबसे कठिन परीक्षा कहा जाता है। इस परीक्षा को पास करने के लिए उम्मीदवार कड़ी मेहनत करते है लेकिन कुछ बच्चे ही इस परीक्षा को पास कर पाते है। ऐसे यही अपनी कड़ी मेहनत से स्वाति मीणा ने इस परीक्षा को पास कर आईएएस का पद हासिल किया है। आइए जानते है आईएएस स्वाति मीणा की सफलता की कहानी को
 
 

Dainik Haryana News,IAS Swati Meena Success Story(New Delhi ) :आज हम आपको आईएएस स्वाति मीणा की कहानी बताने जा रहे है। स्वाति मीणा ने यूपीएससी जैसी कठिन परीक्षा को पास कर अपने परिवार का नाम रोशन किया है। स्वाति के आईएएस बनने की इस रास्ते में उसके पिता ने उसका खूब साथ दिया। जब स्वाति यूपीएससी की तैयारी कर रही थी उस समय उसकी मां पेट्रोल पंप चलाती थी। इस कारण वह स्वाति पर ध्यान नहीं दे पाती थी। लेकिन इस समय उसके पिता ने उसकी मदद की।

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स्वाति मीणा राजस्थान की रहने वाली हैं। स्वाति मीणा मात्र 22 साल की उम्र में आईएएस बन गई थी। आईएएस स्वाति मीणा अपने बैच की सबसे कम उम्र में आईएएस अधिकारी बनने वाली लड़की थी।

आईएएस स्वाति मीणा का जन्म राजस्थान में हुआ था। उन्होंने अजमेर जिले से अपनी पढ़ाई पूरी की। स्वाति की मां चाहती थी कि स्वाति डॉक्टर बने। स्वाति मीणा ने एक इंटरव्यू में कहा कि उन्हें डॉक्टर बनने में कोई दिक्कत नहीं थी। लेकिन जब वह 8वीं क्लास में थी तब उनकी मां के चाचा की एक लड़की एक अधिकारी बनी थी जिससे उनके पिता काफी खुश हुए।

स्वाति को मिली आॅल इंडिया 260 रैंक 

 स्वाति ने अपने पिता से यूपीएससी एग्जाम के बारे में पूछा और उन्होंने ठान लिया कि वह भी एक अधिकारी बनेंगी, ताकि वह हमेशा अपने पिता के चेहरे पर खुशी देख सकें. स्वाति मीणा ने अपनी मेहनत और लगन से साल 2007 में यूपीएससी परीक्षा में ऑल इंडिया 260 रैंक हासिल की.  स्वाति अपने बैच की सबसे कम उम्र की आईएएस ऑफिसर थी, जिसके बाद स्वाति को सबसे पहले मध्य प्रदेश कैडर मिला।

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पिता ने किया सपोर्ट  और मदद

स्वाति के आईएएस बनने के सपने में उनके पिता ने उनको पूरा सपोर्ट  और मदद की. जब स्वाति यूपीएससी की तैयारी कर रही थी, उस वक्त उनकी मां पेट्रोल पंप चलाती थीं. इस कारण वह स्वाति पर ध्यान नहीं दे पाती थी. इस वक्त उनके पिता ने उनकी मदद की।