{"vars":{"id": "112803:4780"}}

UPSC Success Story : स्विट्जरलैंड में नौकरी छोड़, इस लड़की ने सिर्फ इतने दिन में पास की यूपीएससी की परीक्षा
 

IAS Success Story : यूपीएससी की परीक्षा को देश की कठिन परीक्षाओं में से एक माना जाता है। इस परीक्षा को कड़ी मेहनत से ही पास किया जा सकता है। आज हम आपको एक आईएएस अंबिका रैना की सफलता की कहानी बताने जा रहे है,जिसने स्विट्जरलैंड में मिले काम के आॅफर को ठुकराकर यूपीएससी को चुना। आइए जानते है इस आईएएस अफसर की कहानी को
 
 

Dainik Haryana News,IAS Ambika Raina Success Story(New Delhi)  : एक ऐसी लड़की जिसने स्विट्जरलैंड में मिले काम के आॅफर को ठुकरा कर सिविल सेवा सर्विस में जाने का फैसला किया। हम बात कर रहे है आईएएस अंबिका रैना की।अंबिका रैना जम्मू कश्मीर की रहने वाली हैं। उनके पिता भारतीय सेना में एक मेजर जनरल थे। अंबिका के अंदर अनुशासन और दृढ़ संकल्प की भावना उनके पिता ने ही पैदा की थी,जिस कारण वह यह मुकाम हासिल कर पाई।

Read Also : UPSC Success Story : माँ के निधन के बाद भी अंकिता चौधरी ने नहीं खोया हौसला, बनी आईएएस अफसर

छोड़ा स्विट्जरलैंड में काम करने का आॅफर

अंबिका का स्कूली शिक्षा उनके पिता की ट्रांसफरेबल जॉब के कारण अलग अलग जगहों से हुई। जिस कारण उसे भारत के अलग अलग राज्यों में पढ़ाई करने को मौका मिला। अंबिका ने गुजरात के अहमदाबाद में सीईपीटी यूनिवर्सिटी से आर्किटेक्चर में डिग्री प्राप्त की।

इस दौरान उन्हें स्विट्जरलैंड की एक कंपनी से इंटर्नशिप आॅफर मिला। लेकिन उसने इसे छोड़कर यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी करने का फैसला किया। लेकिन इन आकर्षक अवसरों के बावजूद, अंबिका ने यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करने का फैसला लिया.

बताया कैसे करें सिविल सेवा की तैयारी

एक इंटरव्यू में, अंबिका ने अपनी यूपीएससी की स्ट्रेटजी के बारे में जानकारी साझा की थी. उन्होंने बताया कि भले ही वह अपने पहले दो प्रयासों में परीक्षा पास नहीं कर पाई, फिर भी वह अपने फैसले पर कायम रहीं और अपनी पिछली असफलताओं के पीछे के कारणों का एनालिसिस किया.

मॉक टेस्ट पेपर के महत्व को समझते हुए, उन्होंने अपनी तैयारी की रणनीति में बदलाव किए. अंबिका ने इस बात पर जोर दिया कि मॉक टेस्ट उम्मीदवारों को परीक्षा के लिए उनकी तैयारी का मूल्यांकन करने की अनुमति देते हैं. इसके अलावा, उन्होंने परीक्षा की तैयारी को और बढ़ाने के प्रभावी तरीके के रूप में पिछले वर्षों के प्रश्नपत्रों को हल करने की सिफारिश भी की.

तैयारी के पहले देखें टॉपर्स के वीडियो

अंबिका को अपनी तैयारी के दौरान विभिन्न चुनौतियों का सामना करना पड़ा, खासकर अपनी एजुकेशनल बैकग्राउंड के कारण. आर्ट्स स्ट्रीम से पढ़ाई ना करने के कारण शुरू में उनके आत्मविश्वास पर काफी असर पड़ा.

इस पर काबू पाने के लिए, उन्होंने 100 से अधिक यूपीएससी टॉपर्स के इंटरव्यू देखे और उन पर बड़े पैमाने पर रिसर्च किया और अपनी पढ़ाई की स्ट्रेटजी तैयार की. अंबिका ने सिविल सेवा के सिलेबस, पिछले वर्षों के प्रश्न पत्रों और पिछले टॉपर्स की आंसर कॉपी पर ध्यान केंद्रित किया. 

इस बुक्स से की तैयारी

उन्होंने उन स्पेशल बुक्स का भी उल्लेख किया, जिनसे उन्हें तैयारी में सहायता मिली, जैसे पॉलिटिकल साइंस के लिए एम. लक्ष्मीकांत की बुक, आधुनिक इतिहास के लिए स्पेक्ट्रम बुक्स प्राइवेट लिमिटेड की पुस्तक, भूगोल के लिए एनसीईआरटी की किताबें, पर्यावरण अध्ययन के लिए शंकर आईएएस अकादमी की पुस्तक, कला और संस्कृति पर नितिन सिंघानिया की पुस्तक, और करंट अफेयर्स के लिए विजन आईएएस द्वारा मासिक संकलन.

Read More : UPSC Success Story : गरीब डॉक्टर के बेटों ने कर दिया कमाल, दो बने डॉक्टर, दो बने आईएएस-आईपीएस : गरीब डॉक्टर के बेटों ने कर दिया कमाल, दो बने डॉक्टर, दो बने आईएएस-आईपीएस

इंटरनेट पर उपलब्ध रिसोर्स का करें सही उपयोग

अंबिका ने कहा कि इंटरनेट उनके लिए यूपीएससी परीक्षा की तैयारी के लिए एक कीमती सोर्स रहा है. उन्होंने यहां मिलने वाली नॉलेज पर फोकस करते हुए और इसके प्रभावी ढंग से उपयोग के महत्व पर जोर दिया. अंबिका के अनुसार, उम्मीदवारों को ऑनलाइन उपलब्ध पढ़ाई के रिसोर्स को फिल्टर करना और उनका उपयोग करना सीखना चाहिए.