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Haryana Govt. : एक महीने बाद हरियाणा सरकार ने इस फैसले को क्यों लिया वापस?

 
Haryana News: हरियाणा सरकार प्रदेश वासियों के लिए कल्याणकारी योजनाओं को लेकर आती रहती है। कई ऐसे फैसले होते हैं जो सालों साल तक चलते हैं लेकिन सरकार ने एक ऐसा फैसल किया जिसे सिर्फ एक महीने में ही वापस ले लिया गया। आइए खबर में जानते हैं क्या रहे होंगे इसके पीछे के कारण। Dainik Haryana News,Haryana Live News(नई दिल्ली): आज के समय में सबसे ज्यादा पानी और बिजली का इस्तेमाल होता है। दोनों के लिए हमें बिल देना होता है। हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण ने पीने के पानी की दरों में 25 प्रतिशत दरों में बढ़ोतरी का फैसला वापस ले लिया है। अब सरकार का कहना है कि साल में सिर्फ 5 प्रतिशत की ही बढ़ोतरी की जाएगी। इसे लेकर एचएसवीपी(HSVP) ने आदेश जारी कर दिए हैं। पिछले महीने पानी के बिल को 25 प्रतिशत तक बढ़ा दिया गया जिससे लोगों में रोष पैदा हो गया है। READ ALSO :Eye Flu: भारत के कई राज्यों में बढ़ रहा तेजी से आई फ्लू

हर साल 5 प्रतिशत बढ़ेंगी दरें :

एचएसवीपी(HSVP) ने साफ कह दिया है कि बिल की दरों में हर साल 5 प्रतिशत की बढ़ोतरी की जाएगी। विभाग ने पिछले साल का बकाया जोड़कर जून में बिल भेजा। विधानसभा के अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्त ने भी पानी के बढ़ते बिलों को कम करने का आदेश जारी किया है। READ MORE : Home Business Idea : घर की छत से ही शुरू करें कमाल का बिजनेस, हर रोज होगी लाखों रूपये की कमाई

एक नहर का बिल है 10 हजार रूपये :

एचएसवीपी(HSVP) ने पहले के नियमों को लागू करते हुए एक दम से पानी के बिल को 25 प्रतिशत कर दिया था। इस बढ़ोतरी के बाद लोगों के घरों में 8 से 10 हजार रूपये तक का बिल आया और लोग परेशान हो गए थे। सेक्टर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप वत्स ने कहा कि सरकार पानी के बिल को 20 प्रतिशत तक करने का काम करे ताकि लोगों को पानी इस्तेमाल करने में कोई दिक्कत ना हो सके। इसलिए पुराने बिलों को रद्द किया जाए और नई दरों को लागू कर आमजन को राहत दी जाए। जो भी एक महीने का बिल आया है उसे बिलों में समायोजित किया जाना चाहिए।