Haryana News In Hindi : हरियाणा के सीएम इस दिन करेंगे 60 तलाबों का लोकार्पण, फतेहाबाद के गांव से होगा शुभारंभ
Amrit Sarovar Mission : मनरेगा के तहत अमृत सरोवर मिशन के तहत तालाबों की खुदाई होती है जिसमें गांव के लोगों को ही काम दिया जा रहा है। पहले प्रदेश में 1207 गांव के तालाबों का सौंदर्यीकरण किया था और इस मिशन के तहत जोहड़ों को भी साफ किया गया था। हरियाणा के 1650 तालाबों को विकसित करना था, परंतु 2078 तालाबों को साफ किया जा चुका है।
Dainik Haryana News,Today Haryana News In Hindi(चंडीगढ़): हरियाणा के सीएम केंद्र सरकार के साथ मिलकर प्रदेश में विकास कार्य कर रही है। हरियाणा में होने वाले विकास की चर्चा पीएम मोदी अनेक कार्यक्रमों में करते रहते हैं। मोदी जी अमृत सरोवर मिशन को फलीभूत करने के लिए सीएम मनोहरल लाल इंटरनेशनल श्रमिक दिवस के अवसर पर साल 2022 को सोनीपत के जिला नाहरा गांव के गंगेश्वर तलाब से राज्य के 111 तलाबों के जीर्णोद्धार व सौंदर्यीकरण की शुरूआत की थी।
इसी श्रंखला में 24 जनवरी 2024 को मुख्यमंत्री फतेहाबाद जिला के डुल्ट गांव से प्रदेश के 60 और अमृत सरोवर तालाबों के सौंदर्यीकरण का लोकार्पण करेंगे, इनमें भिवानी के 3, चरखी दादरी के 6, झज्जर के 6, नूंह के 7, फतेहाबाद के 31, हिसार के 4, कैथल, पलवल व पंचकूला के एक-एक अमृत सरोवर शामिल हैं।
75 अमृत सरोवर मिशन :
इस मिशन के तहत 75 अमृत सरोवरों का विकास एवं कायाकल्प करना है और हरियाणा में ग्रामीण क्षेत्रों में 18,748 तलाब व शहरों के 901 तलाब शामिल हैं। हरियाणा के 22 जिलों में 1650 तालाबों को अमृत सरोवर मिशन के तहत लक्षित किया गया था और मनोहर लाल जी ने पहले हरियाणा तालाब एवं अपशिष्ट जल प्रबंधन प्राधिकरण का गठन किया है, जो इस दिशा में तेजी से काम कर रहे हैं। मनोहर लाल सरकार ने जल संरक्षण के लिए मेरा-पानी-मेरा विरायत योजना को शुरू किया है। हरियाणा के लोगों ने स्वेच्छा से एक लाख से ज्यादा एकड़ क्षेत्र पर धान की फसल की जगह अन्य फसलों की खेती करना शुरू कर दिया है। हरियाणा सरकार धान की खेती को छोड़कर अन्स फसलों की खेती करने वाले किसानों को 7 हजार रूपये प्रति एकड़ अनुदान भी दिए जा रहे हैं। डीएसआर (सीधी बिजाई) तकनीक से बिजाई करने वाले किसानों को 4 हजार रुपये प्रति एकड़ का अनुदान दिया जाता है।
अमृत सरोवर मिशन से मिल रहा रोजगार :
मनरेगा के तहत अमृत सरोवर मिशन के तहत तालाबों की खुदाई होती है जिसमें गांव के लोगों को ही काम दिया जा रहा है। पहले प्रदेश में 1207 गांव के तालाबों का सौंदर्यीकरण किया था और इस मिशन के तहत जोहड़ों को भी साफ किया गया था। हरियाणा के 1650 तालाबों को विकसित करना था, परंतु 2078 तालाबों को साफ किया जा चुका है।
3 श्रेणियों में किया तालाबों को विभाजित :
इस मिशन के तहत तालाबों को अमृत, अमृत प्लस और अमृत प्लस-प्लस तीन श्रेणियों में विभाजित किया गया है। पहले चरण में तालाबों में पानी की निकासी, गाद को निकालना, किनारों को मजबूत बनाना व खुदाई करना है।
दूसरे चरण में पगडंडी बनाना, गाद को निकालना, सोलर लाइट लगाना, पौधारोपण करना, बैंच लगाना व पशुघाट बनाना आदि को शामिल करना है।
तीसरे चरण में 110 तालाबों में अतिरिक्त गतिविधियों का संचालन होता है इन तालाबों में मत्स्य पालन सहित अन्य सभी गतिविधियों को बढ़ावा दिया जाता है।