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Haryana Latest News : हरियाणा में 300 से ज्यादा झुग्गियों को किया ध्वस्त, 20 साल से रह रहे थे लोग

 
Haryana Today Live News : सरकार लगातार अवैध कब्जों को हटा रही है और बहुत से लोगों के घरों को भी गिरा दिया है। हाल ही में जानकारी मिली है कि 300 से ज्यादा झुग्गियों को गिरा दिया गया है और बताया जा रहा था वहां पर लोग 20 साल से रह रहे थे। आइए खबर में जानते हैं इनके बारे में। Dainik Haryana News,Haryana Urban Authority(ब्यूरो): हरियाणा शहरी प्राधिकरण ने सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जे करने वालों को झटका देना शुरू कर दिया है। ऐसी ही खबर सामने आ रही है जिसमें बताया जा रहा है कि बुधवार सुबह को ही 300 से ज्यादा झुग्गियां जो सब स्टेशन के सामने बसी हुई थी उन पर पीला पंजा चला दिया है और वहां रहने वाले लोग एक बार फिर से बेघर हो गए हैं। दोपहर में एचएसवीपी की टीम ने जेसीबी बुलाई और शाम 4.30 बजे तक 300 से ज्यादा झुग्गियां तोड़ दी गईं. READ ALSO :Haryana Latest News : ये रही हरियाणा की वैध कालॉनियों को लिस्ट, चेक करें अपने इलाके काम नाम आग की सूचना मिलने के बाद फायर ब्रिगेड की पहली गाड़ी दोपहर 1.38 बजे जीजेयू के सामने से रवाना हुई। दोपहर 1:50 बजे तक एक के बाद एक चार गाड़ियां घटनास्थल पर पहुंचीं। उन्होंने करीब डेढ़ घंटे में आग पर काबू पा लिया। कुछ लोगों ने सड़क जाम करने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामले को संभाल लिया और भीड़ को शांत कर रास्ता खुलवाया.मेरी डिलीवरी के चार दिन बचे हैं। ऐसे में हमारी झुग्गियां उजड़ गई हैं, अब हम कहां जाएं?' हमारे लिए मुसीबत खड़ी हो गई है.'' बिहार के रहने वाले राजेश: मैं मजदूरी करता हूं. किराए से बचने के लिए वे यहां झुग्गियों में रह रहे हैं। हम यहां 20 साल से रह रहे हैं. अब उन्होंने हमारी झुग्गी हटाकर हमें बेघर कर दिया है.'

बिहार निवासी कमल: 

20 साल से अधिक समय से झुग्गियों में रह रहा हूं। मैं मजदूरी करता हूं. प्रशासन द्वारा अचानक झुग्गी-झोपड़ी को उजाड़ना हमारे साथ उचित नहीं है।खलीएसएचवीपी के एसडीओ रामप्रसाद के मुताबिक, जिस जमीन पर झुग्गियां बसी थीं, वह ग्रीन बेल्ट की जमीन थी। उनके पास व्यावसायिक और आवासीय जमीन भी है। एचएसवीपी ने सारी जमीन खाली करा ली है। एचएसवीपी का बेहतर कदमसेक्टर 16-17 आरडब्ल्यूए प्रधान जितेंद्र श्योराण और सेक्टर 13 आरडब्ल्यूए प्रधान अमर लाल बूरा ने कहा कि इन झुग्गियों की आड़ में मादक पदार्थों की तस्करी हो रही थी। यहां आपराधिक प्रकृति की घटनाएं बढ़ती जा रही थीं. हम झुग्गीवासियों के खिलाफ नहीं हैं लेकिन प्रशासन का यह सही कदम है। विभागीय कर्मचारियों के मुताबिक एचएसवीपी की टीम अब सेक्टर-14, सेक्टर-33 और अर्बन एस्टेट को टारगेट कर रही है। दूसरे चरण में सेक्टर-14 की झुग्गियों को हटाया जाएगा। झुग्गियों को हटाने की कार्रवाई की गई है. एचएसवीपी(HSVP) की टीम ने पुलिस की मौजूदगी में जमीन खाली करा ली है।

झुग्गियों में हो रहे थे अवैध काम :

प्रशासन को जानकारी मिली थी कि इन झुग्गियों में डकैत, ड्रग्स आदि अवैध काम हो रहे थे जिसकी वजह से लोगों को परेशानी हो रही थी। रात में चोरियां होती थी जिसकी वजह से सेक्टर वालों को डर सताने लगा था लिसकी वजह से लोगों को लूट लिया जाता था। सेक्टर 16-17 की आरडब्ल्यूए और निवासी कई बार प्रशासन से इन झुग्गियों को हटाने की मांग कर चुके हैं। अतीत में, ये झुग्गियां कुछ अधिकारियों की दया पर बची रहती थीं। सेक्टरवासियों ने प्रशासन से शिकायत करी और कहा कि यहां पर अवैध कार्य हो रहे हैं जिसकी वजह से कालॉनियों में चोरी हो रही हैं। READ MORE :Delhi News : यमुना एक्सप्रेसवे से जुड़ने जा रहा ये पेरिफेरल, महज इतनी देर में पहुंच जाएंगे नोएडा एयरपोर्ट दो जेई और उनकी टीम जेसीबी(JCB) लेकर पहुंची। वहां 100 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात किये गये थे. उनकी मौजूदगी में एचएसवीपी की टीम ने अवैध झुग्गियों को हटाना शुरू किया. घटना के दौरान झुग्गीवासियों ने विरोध किया, लेकिन भारी पुलिस बल के सामने कार्रवाई के डर से वे बैकफुट पर आ गए।एचएसवीपी टीम( HSVP Team) द्वारा हटाई गई अधिकांश झुग्गियां करीब 20 वर्षों से वहां मौजूद थीं। इन्हीं झुग्गियों में ज्यादातर प्रवासी कामगार रह रहे थे. इनमें से ज्यादातर बिहार, यूपी और अन्य राज्यों से हैं। कार्रवाई से तीन दिन पहले घोषणा एचएसवीपी(HSVP) ने अचानक कार्रवाई करने के बजाय तीन दिन पहले ही क्षेत्र में घोषणा कर दी थी। एसडीओ सर्वे रामप्रसाद के नेतृत्व में जेई और कर्मचारी मौके पर पहुंचे थे और लोगों से झुग्गी हटाने का आग्रह किया था, जिसके बाद कुछ लोगों ने अपने लिए किराये के मकान की तलाश शुरू कर दी थी।

झुग्गियों में भी लिया जा रहा था किराया :

ऐसा माना गया है कि झुग्गियों में भी भी जो बड़े लोग हैं वो झुग्गियों में गरीब लोगों को किराये पर देते थे, यानी उनसे पैसा वसूल रहे थे। जानकारी मिली है कि वहां पर झुग्गियों में रहने के लिए हर महीने 300 रूपय किराये के दिए जाते थे। हर साल गर्मी के मौसम में झुग्गियों में आग लग जाती है जिसकी वजह से काफी नुकसान हो जाता है और लोगों को भी नुकसान होता है।