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Haryana के ऐसे 4 गांव: जहां नहीं रहता कोई आदमी, जानें क्या है वजह

 
Haryana News : दोस्तों आज हम आपको हरियाणा के ऐसे चार गांव के बारे में बताने जा रहे हैं जहां पर कोई भी नहीं रहता है। वहां किसी के ना होने के कारण हम आपको इस लेख के माध्यम से बताने जा रहे हैं। कारण जानने के लिए बने रहें हमारे साथ अंत तक। Dainik Haryana News :#Haryana Live News (नई दिल्ली): चीन को पछाड़ता हुआ भारत जनसंख्या के मामले में पहले पायदाप पर आ गया है। लेकिन इसके बावजूद भी आप सोच सकते हैं कि इतनी आबादी होने के पर चार गांव आज भी खाली हैं और वो भी हरियाणा के। जी हां, आपको जानकर हैरानी होगी के हरियाणा में आज भी चार गांव ऐसे हैं जहां पर कोई भी नहीं रहता है। सरकार के राजस्व विभाग के रिकॉर्ड में चार गांवों को बेचिराग घोषित किया गया है। दरअसल, ये गांव सोहना के चार गांव हैं जहां पर आज भी कोई नहीं रहता है। READ ALSO :Success Story: हाथ गंवाने पर पैरों से ओलंपिक में पदक जीत लिखी सफलता की कहानी आज की भागदौड़ की जिंदगी में जहां लोगों को रहने के लिए जगह मिलनी भी मुश्किल है, वहीं सोहना ब्लॉक में आज 4 गांव ऐसे हैं, यहां पर रहने के लिए जमीन काफी है लेकिन यहां पर कोई भी नहीं है। अब आप सोच रहे होंगे के यहां पर क्यों कोई नहीं रहता है तो चलिए आपके इस सवाल का भी जवाब हम देने जा रहे हैं। हजारों एकड़ ज़मीन पर सिर्फ खेती होती है. राजस्व विभाग के रिकॉर्ड में इन चार गांवों को बेचिराग गांव घोषित किया गया है. इन चार गांव में खोबरी, पुलावास, जलालपुर और रोजका है जहां पर आज तक कोई भी नहीं रहता है। READ MORE :Success Story: रियल सिंघम है ये आईपीएस अफसर, जिसे देख अपराधी बदल लेता है अपना रास्ता

जानें क्या होता है बेचिराग :

बेचिराग का मतलब होता है जहां पर कोई भी चिराग जलाने वाला नहीं होता है। वहां पर कोई ना होने की वजह से सरकार ने उन गांवों को बेचिराग घोषित कर दिया है। कहने या सुनने में तो यह अजीब लगता है कि गांव के गांव खाली हैं. इन गांवों से लोग अपने पशुओं के लिए हरा चारा लेने के लिए आते हैं दिन के समय में आते हैं और शाम होने से पहले ही यहां से चले जाते हैं। खोबरी गांव में 196 हेक्टेयर जमीन है और जलालपुर में 142 हेक्टयर जमीन है। पुलवास में 130 हेक्टेयर जमीन है। लेकिन वहां पर कोई नहीं है। ये जमीन दमदमा झील के पास है जो आज तक खाली पड़ी है।