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Haryana : हरियाणा की भैंस ने इतने लीटर दूध देकर पंजाब में जीता टैक्टर, नाम है साक्षी

 
Buffalo of Haryana : हरियाणा राज्य को दूध दही के खाने और पहलवानी से ही जाना जाता है। आज हम आपको एक ऐसी भैंस के बारे में बताने जा रहे हैं जिसने पंजाब में लगे पशु मेले में एक टैक्टर जीत लाई है। आइए जानते हैं इस भैंस के बारे में कितने लीटर देती है ये दूध। Dainik Haryana News,Haryana News In Hindi(चंडीगढ़): हरियाणा के कैथल में रहने वाले सुल्तान सांड जिसकी कीमत 21 करोड़ रूपये है। सुल्तान सांड के स्पर्म से पैदा हुई एक भैंस ने हिसार के महलसरा गांव निवासी पशुपालक अमित ढांडा की मुर्रा भैंस साक्षी ने अपने मालिक का नाम पंजाब में भी रोशन कर दिया है। पंजाब के धनौला में आयोजित तीन दिवसीय पशु मेले में सबसे अधिक 22 लीटर, 300 ग्राम दूध देने का रिकार्ड बनाकर प्रथम स्थान हासिल कर पुरस्कार में ट्रैक्टर जीता। इसके बाद भैंस व पशुपालक को एक काफिले के साथ गांव में लाया गया। READ ALSO :Haryana Today News : हरियाणा में 5 पंचों को किया गया सस्पेंड, ये रही वजह साक्षी के मालिक नहर विभाग कनिष्ठ अभियंता के पद पर कार्यरत हैं और उनको काफी ज्यादा पशुपालने का शौंक है। उनके पास 14 भैंस और गाय है। वो अपनी मुर्रा नस्ल की भैंस को तीन दिवसीय पशु मेले में लेकर गए और उसने वहां पर एक टैक्टर जीता है। साक्षी ने तो अपने मालिक का नाम पंजाब में भी रोशन कर दिया है। इस मेले में हजारों पशुओं ने भाग लिया था जिसमें से सबसे ज्यादा दूध देने वाली भैंस साक्षी है जिसनें 22 लीटर 300 ग्राम दूध देकर एक रिकॉर्ड बना दिया है। प्रथम स्थान प्राप्त करने पर एक फार्मट्रैक ट्रैक्टर पुरस्कार स्वरूप भेंट किया। उन्होंने बताया कि कैथल के मशहूर सांड सुल्तान, जिसकी पुष्कर मेले में 21 करोड़ रुपये की कीमत लगी थी, उसके स्पर्म से साक्षी पैदा हुई थी।

भूरी भैंस रही आल इंडिया चैंपियन :

ढांडा जी ने बताया है कि उसने अपने सभी पशुओं के नाम रखे हुए हैं और उनकी भूरी भैंस आल इंडिया चैंपियन रही है।भूरी ने भी 23 लीटर 500 ग्राम दूध देकर लगातार इनाम जीते हैं और आल इंडिया का रिकॉर्ड तोड़ा है। इन भैंसों के मालिक अमित ने बताया है कि भैंसों के चारे का खूब ध्यान रखा जाता है और साक्षी इस साल चौथे ब्यांत की है। उन्होंने बताया है कि वो हर दो घंटे बाद अपनी गाय और भैंसों का टेंपरेचर चेक कराते हैं किस पशु को किस समय कितना चारा देना है, कितना पानी देना है, कितनी देर धूप में रखना है आदि हर एक चीज का चार्ट बनाकर रखते हैं और उसके अनुसार ही हर समय उनके साथ समय बिताते हैं। READ MORE :Haryana Weather : हरियाणा में मौसम ने बदला अपना मिजाज, इलाकों में ठंड से ठिठुर रहे लोग अगर कोई भी भैंस या गाय किसी दिन कुछ भी चीज कम खाती है तो तुरंत ही उसकी जांच कराई जाती है सरसों के तेल से हर रोज मालिस की जाती है। इसके अलावा किसी भी भैंस पर मक्खी ना बैठे इसके लिए सरसों और डीजल तेल को मिलाकर मालिस की जाती है। हरा चारा, सूखा चारा, खल, खंडा, खुद का तैयार किया गया मिश्रित चारा, गुड़, तेल व जरूरत पड़ने पर घी की खुराक भी देते हैं। प्रतियोगिता के समय विशेष ध्यान रखा जाता है।