{"vars":{"id": "112803:4780"}}

Haryana : हरियाणा के इस गांव में है एशिया का सबसे बड़ा हुक्का, इसकी खासियत 

 
Haryana Latest News In Hindi : हरियाणा में और देश में बहुत से लोग ऐसे हैं हुक्के के शौकीन हैं। शहर और गांवों में हर जगह पर हुक्के रखे मिलते हैं। आज हम आपको एक ऐसे हुक्के के बारे में बताने जा रहे हैं जो एशिया को सबसे बड़ा है आइए खबर में जानते हैं इस जगह का नाम। Dainik Haryana News, Today Haryana News In Hindi (चंडीगढ): इस हुक्के की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इस की चिलम में एक बार में आधे किलो से ज्यादा तंबाकू एक बार में प्रयोग होता है। इतना ही नहीं चिलम को जलाने के लिए 8 से 10 उपलो का प्रयोग होता है।हुक्का हमारे हरियाणा की लोक संस्कृति का सबसे अहम हिस्सा है, हरियाणा में चर्चा चाय पर नहीं रुक पर होती है अगर आप भी हुक्के के शौकीन है तो आपको हम इस पेज के माध्यम से बताएंगे कि इस एशिया का सबसे बड़ा का कहां मिलता है और इसकी क्या खासियत है। READ ALSO :Haryana : हरियाणा रोडवेज में HKRN के तहत इतने पदों पर होने जा रही भर्ती, चेक करें प्रोसेस यह हुक्का कुरुक्षेत्र की जाट धर्मशाला में रखा गया है यह एशिया की सबसे बड़ी धर्मशाला है। इतना ही नहीं हुक्के के बड़े होने के साथ-साथ इस पर देवी देवताओं और क्रांतिकारियों की तस्वीर भी छापी गई है जिससे हुक्के की शोभा बढ़ गई है।यह एक इतिहासकारी हुक्का है। 9 दिसंबर 2009 को यह हल्का उचाना के जींद निवासी चौधरी साधु राम गिल के द्वारा जाट धर्मशाला में भेंट किया गया था।चौधरी साधु राम गिल अपने माता पिता की याद में कुछ अलग ही वेट करना चाहते थे इसलिए उन्होंने कुरुक्षेत्र की जाट धर्मशाला में ही है हुक्का भेंट के रूप में दिया था। READ MORE :Raghav Chadha suspended from Rajya Sabha: राज्य सभा से आप नेता राघव चड्ढा को किया गया निष्कासित