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Health Tips : मछली खाने से क्यों काटने पड़े महिला के हाथ पैर

 
Sea Food : सी-फुड खाना बहुत से लोगों को पसंद होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि सी फुड को बड़े ही ध्यान से खाना होता है। एक बड़ी घटना सामने आ रही है जिसमें एक महिला ने मछली को खाया और उसके हाथ पैरों को काटना पड़ा। आइए खबर में जानते हैं क्या है पूरा मामला। Dainik Haryana News,Tilapia Fish(ब्यूरो): समदर में बहुत सी ऐसी मछलियां होती हैं जो खतरनाक होती हैं। अलग अलग प्रजाती के जीव वहां पाए जाते हैं। केलिफोर्नियां से एक मामला सामने आ रहा है जिसमें एक महिला ने तिलापिया मछली का सेवन किया और उसके हाथ पैरों को काटना पड़ा। उस महिला ने वह फिश बाजार से खरीदी और वह पहले से ही 'विब्रियो वलनिफीकस' नाम के एक बैक्टीरिया से दूषित थी। READ ALSO :Farming Tips : नींबू के पौधे में डाले रसोई की यह चीज, बहुत मात्रा में लगेंगे नींबू जैसे ही महिला के अंदर ये बैक्टीरिया गया वो बीमारी हो गई और इनफेक्शन पूरे शरीर में फैलना शुरू हो गया। महिला की जान बचाने के लिए उसके हाथ और पैरों को काटना पड़ा, क्योंकि वो इस बीमारी की वजह से कोमा में चली गई थी। इस इन्फेक्शन से महिला की किडनी भी फैल होने की कगार पर आ गई थी। इस इन्फेक्शन का सबसे बड़ा कारण ये बताया जा रहा है कि मछली को अच्छी तरह से पकाया नहीं गया था। सी-फुड को अगर आप अच्छे तरीके से नहीं पकाते हैं तो ऐसी चीज देखने को मिल सकती है। हेल्थ एक्सपर्ट भी ऐसे भोजन को पूरी तरह से पका कर खाने की सलाह देते हैं। मीट और सी फुड को अगर सही से नहीं पकाया जाता तो पॉइजनिंग की संभावना ज्यादा होती है, जिसकी वजह से मनुष्य की जान भी जा सकती है। तो चलिए आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि सी भोजन को हम कैसे पका सकते हैं और किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।

इन बातों का रखें ध्यान :

कभी भी सी -फुड को 75 डिग्री से ज्यादा आंच पर नहीं पकाना चाहिए। इससे कम तापमान पर अगर आप इसे पकाते हैं तो बैक्टीरिया नहीं मर पाते हैं जिसकी वजह से इन्फेशन होकर आपकी जान भी जा सकती है।आपको बर्तन और हाथों को पहले अच्छे से धो लेना चाहिए, क्योंकि इन पर लगे बैक्टीरिया भी आपको बीमार कर सकते हैं। READ MORE :Jawan Box office Collection Day 16: जवान ने 16 दिन में किए 1000 करोड़ पार, 16 वें दिन फिर से तोडे कमाई के सारे रिकार्ड सी-फुड को ठंडे पानी से धोकर ही पकाना चाहिए। जब भी बाजार से सी फुड ले रहे हैं तो उसका मांस फ्रेश होना चाहिए। सी फुड के दो या तीन दिन के लिए ही रखना चाहिए, इसके बाद वह खराब हो जाता है। पका और कच्चा दोनों को अलग रखना चाहिए ताकि कंटैमिनेशन नहीं हो सके। कच्चे भोजना को हमेशा ही 40 डिग्री के तापमान पर रखना चाहिए।