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Birth anniversary of Baba Khatu Shyam : इस दिन मनाया जाएगा बाबा खाटू श्याम का जन्मोहत्सव

 
 Baba Khatu Shyam Birthday : बाबा खाटू श्याम लोगों के दुखों को हरते हैं और उनको जीवन में सफलता दिलाते हैं। अगर आप भी बाबा खाटू श्याम के भक्त हैं तो बता दें, बाबा खाटू श्याम का जन्म दिन आने वाला है। आइए जानते हैं कब और किस दिन बनाया जाएगा उनका जन्म दिन। Dainik Haryana News,Baba Khatu Shyam Birthday Date(New Delhi): ये तो आपने सुना ही होगा कि हारे को सहारा बाबा खाटू श्याम, इस लाइन को सुनने के बाद लोगों के मन में शांति होती है और वो अपने सारे दुखों को भूलकर बाबा की भक्ति में लग जाते हैं। बाबा खाटू श्याम के मंदिर में हर दिन लाखों की संख्या में भक्तों की भीड़ लगती है और वो अपनी मनोकामनाओं का पूरा करने के लिए उनके दरबार पर माथा टेकते हैं। जो भी बाबा खाटू श्याम के दरबार में सच्चे मन से आता है तो उसके सपने जरूर पूरे होते हैं और अगर आप भी अपने बाबा खाटू श्याम के दर्शन करना चाहते हैं तो आपके पास एक सुनहरा मौका है। नवंबर के महीने में बाबा खाटू श्याम का जन्म दिन मनाया जाता है और देवउठनी एकादशी के दिन उनका जन्मदिन मनाया जाता है। READ ALSO :Ration Card Holder : इतने लोगों के राशन कार्ड होंगे रद्द, क्या लिस्ट में आया आपका नाम बाबा खाटू श्याम का जन्मोत्सव हर साल इसी समय कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को मनाया जाता है और इस दिन भगवान को रंग बिरंगे फूलों से सजाया जाता है। इस मनमोहक दृश्य को देखने के लिए अलग-अलग जगहों से श्रद्धालु उमड़ पड़ते हैं। जो भी भक्त सच्चे मन से उनकी सेवा करते हैं और पूजा करते हैं उनका हर ऐ दुख दूर हो जाता है। बाबा खाटू श्याम का नाम बर्बरीक था, वह भीम और हिडम्बा का पोता और घटोत्कच का पुत्र था। भगवान श्री कृष्ण को उन्होंने आशीर्वाद दिया था कि कलयुग में उन्हें श्याम के नाम से जाना जाएगा। महाभारत के युद्ध में भी वो जिससे भी युद्ध करते उसे हरा देते थे, ऐसे में भगवान श्री कृष्ण ने उनसे उनका सिर मांगा और उन्होंने काटकर दे दिया। उन्हें राजस्थान के सीकर में खाटू नामक स्थान पर दफनाया गया था और वहीं उनका मंदिर बना और वो पूजे जाने लगे। READ MORE :Reliance Industary : पश्चिम बंगाल में 20 हजार करोड़ का निवेश करेगी रिलायंस

इस समय कर सकते हैं बाबा खाटू श्याम के दर्शन :

गर्मियों में भ्रमण का समय प्रातः 4.30 बजे से दोपहर 12.30 बजे तक शाम 5 बजे से रात 9 बजे तक सर्दियों में भ्रमण का समय प्रातः 4.30 बजे से दोपहर 12.30 बजे तक शाम 4 बजे से रात 10 बजे तक