Devar Bhabi Realtion : देवर भाभी के रिश्तों में हमेशा इन बातों का रखना चाहिए ध्यान
Dec 30, 2023, 17:33 IST
Realtion Advice : देवर भाभी का रिश्ता बहुत ही खूबसूरत होता है। जब एक लड़की शादी करके अपने पति के घर में आती है तो उसे वहां नये रिश्ते मिलते है। एक रिश्ता होता है भाभी और देवर का। आइए जानते है भाभी और देवर का रिश्ता कैसा होना चाहिए। Dainik Haryana News,Realtion Tips ( New Delhi ) : देवर और भाभी का रिश्ता बेहद ही खास होता है। जब लड़की शादी करके सुसराल में आती है तो नये वातावरण में ढलना थोड़ा मुश्किल हो जाता है। ऐसे में अगर देवर के साथ भाई या दोस्त जैसा बॉन्ड बन जाएं तो ये चीज आसान हो सकती है। Read Also : Teachers Recruitment 2024 : शिक्षकों के 2 हजार के करीब पदों पर भर्ती का नोटिफिकेशन हुआ जारी, अभी कर दें आवेदन उसी परिवार का होने के कारण वह कई चीजों के बारे में बता सकता है। इससे परिवार वालों के साथ ढलने और उनके दिल में जगह बनाई जा सकती है। लेकिन कुछ चीजें है जो इस रिश्ते के बीच में होनी जरूरी है। देवर और भाभी के रिश्ते में सम्मान का होना बेहद आवश्यक है। इसकी वजह से अगर दोनों एक-दूसरे को कुछ कड़वा या मजाक में भी कुछ ऐसा नहीं कहेगें जिससे उनका रिश्ता बिगड़े। भाई जैसा रिश्ता सुसराल में जब लड़की आती है तो उसके लिए सब नये होते है। ऐसे में वह थोड़ा अकेला महसूस करती है। ऐसे में अगर देवर एक दोस्त या भाई का रिश्ता निभाएं तो वह अकेला महसूस नहीं करेगी। पति के अलावा एक ओर सर्पोटिव पर्सन मिलने पर उसे चीजों को फेस करने की हिम्मत आ जाएगी। आर्थिक मामलों को लेकर सावधानी किसी भी रिश्ते में जब पैसों की कोई लेन देन होती है, तो बात बिगड़ना शुरू हो जाती है। इसलिए देवर और भाभी के बीच भी पैसे की लेन देन को लेकर प्रैक्टिल बाउंड्री बनाना बेहद जरूरी है। अगर देवर को पैसों की जरूरत है तो पैसे दे दें, लेकिन साथ में ये भी कह दें कि ये राशि आपको वापिस भी चाहिए। Read More : America News : अमेरिका में 3 भारतीयों की मौत, 18 साल की बेटी की भी मिली लाश रामू काका जैसा ट्रीट ना करें जब देवर और भाभी का रिश्ता सहज हो जाता है, तो घर आदि के कामों के लिए उनके बीच की आपसी निर्भरता भी बढ़ जाती है। ये कभी ना भूलें दोनों ही उस परिवार के सदस्य है और कोई किसी का नौकर नहीं है। सीमा बरकरार रखना 'सीमा नहीं लांघनी चाहिए' ये शब्द आपने कई दफा कई लोगों को कहते सुना होगा। लेकिन भाभी-देवर के रिश्ते में इस तरह की सीमा की बहुत ही ज्यादा अहमियत होती है।उदाहरण के लिए अपनी भाभी से कैसा या कितना मजाक करना है, किस तरह की टोन का इस्तेमाल करना है, भाभी को अपने देवर को कितना रोकना-टोकना है, घर के फैसलों को लेकर किसे कितना दखल देना है, आदि जैसी चीजों को लेकर ध्यान रखा जाना बेहद जरूरी है।