{"vars":{"id": "112803:4780"}}

Mughal Period: किसने तोड़ा था अकबर का घमंड एक झटके में, जिसे देख अकबर भी हो गए थे हैरान!

 
Dainik Haryana News: Mughal Kaal:  मुगल काल की बात आऐ और उसमे अकबर का जिक्र ना हो ऐसा हो ही नही सकता। बादशाह अकबर मुगल काल के एक महान बादशाह रहे हैं।     अकबर के दरबार में नवात्नों की कहानी तो आज तक हमें पढ़ाई जाती है। जिसमें तानसेन, टोडरमल, बीरबल जैसे नाम शामिल हैं।   Read Also: Traffic Rules : यातायात के नियमों मे बदलाव, इन वाहनों का पुलिस काट रही चालान   एक बार राजा अकबर ने संत तुलसीदास को अपने नवरत्नों में शामिल होने के लिए कहा। लेकिन तुलसीदास ने इसके लिए साफ मनां कर दिया     । तुलसीदास ने कहा की वो राम के सिवा किसी और राजा के सेवक नही बन सकते। संत तुलसीदास ने महान ग्रंथ रामचरितमानस की रचना की थी।   Read Also: Free Ration Yojana : राशन कार्ड धारकों के लिए बड़ी खबर, आज से नहीं मिलेगी गेहूं!   बादशाह अकबर के दरबार के नवरत्न   1.तानसेन जो गायक थे। 2.मान सिंह मुगल सेना के सेनापति। 3.टोडरमल राजस्व का कार्य संभालते थे। 4.बीरबल मंत्री पद पर नियूक्त थे।   Read also: IND VS AUS Third Test: आस्ट्रेलिया ने किया भारत पर पलट वार 5.मुल्ला दो प्याज। 6.अब्दुल रहीम खान ए खाना। 7.अबुल फजल। 8.फकीर अजिओ दिन। 9.फैजी।   ये सभी अकबर के नवरत्नों में शामिल थे। अकबर ने संत गोस्वामी तुलसीदास को भी नवरत्नों में शामिल होने के लिए पैगाम भेजा था। लेकिन तुलसीदास ने साफ इंनकार कर दिया।