Sawan Month : सावन महीने में ऐसे पूजा करने से भगवान शिव करते हैं हर मनोकामना पूरी
Jul 6, 2023, 18:45 IST
Vastu Tips : जैसा की आप जानते हैं 4 जुलाई से सावन का महीना शुरू हो चुका है और इस साल पूरे 56 दिनों का सावन शास्त्रों में बताया जा रहा है। अगर आप भी भगवान शिव की पूजा करते हैं और उनका व्रत रखते हैं तो हम आपका बताने जा रहे हैं कि किस तरह से भगवान की पूजा करने से वो आपकी मनोकामना पूरी करते हैं। Dainik Haryana News :#Lord Shiva(नई दिल्ली) : बंगा के मुकंदपुर रोड पर स्थित मोहल्ला भाग मिश्रा बने भगवान शिव के मंदिर को लगभग 300 साल पहले मध्य प्रदेश से बंगा में बसे एक गरीब मिश्रा परिवार ने बनाया थाl मंदिर के पुजारी पंडित विक्रम शास्त्री बताते हैं कि बंगा में ब्राह्मण परिवारों के विभिन्न विभिन्न समुदाय निवास करते थे तथा सभी समुदायों से जुड़े लोग भगवान शिव के उपासक रहे हैं देश के विभिन्न हिस्सों से आकर बंगा में बसे थे भगवान शिव की उपासना के बदले उन परिवारों की गरीबी ही नहीं कटी बल्कि वह देश के विभिन्न विभिन्न हिस्सों में जाकर परिवार समेत खुशहाल जीवन व्यतीत कर रहे हैं इसके अलावा विदेशों में भी अपने कार्य की धाक जमा रहे हैं. उन्होंने बताया कि सुनने में आया है कि मिश्रा परिवार के स्वपन में भगवान शिव ने आकर उनके द्वारा लगाए गए बाग में शिव मंदिर की स्थापना करने तथा उनके ज्योतिर्लिंग की स्थापना करने की प्रेरणा दी इस मंदिर के मुख्य द्वार पर पहले कुआं हुआ करता था इसके अलावा भगवान शिव के नंदी की प्रतिमा थी जो आज भी विराजमान है कुए पर पूरे शहर के लोग अपने घरों के लिए पानी ले जाते थे तथा इसके अलावा कई लोग कुए के साथ बने स्थान पर स्नान करके भगवान शिव को माथा टेक कर अपने दिनचर्या की शुरुआत करते थे मान्यता है कि भगवान शिव के इस मंदिर में सावन मास के दौरान श्रद्धा से पूजा अर्चना करने वाले साधक को भगवान शिव मनोवांछित फल प्रदान करते हैं. READ ALSO :Vastu Tips: भूलकर भी घर में न लगाएं ये 4 पेड़ पौधे, कंगाली को देते हैं न्योता कठोर तप के आवश्यकता नहीं पड़ती मात्र 60 दिन भगवान शिव की निर्विघ्न तपस्या करनी पड़ती है जलाभिषेक करना पड़ता है इसके अलावा दो भिन्न-भिन्न तरीकों से भगवान शिव को प्रसन्न करना होता हैl पिछले 10 साल से भगवान शिव का यह मंदिर विदेश में जाने वाले नौजवानों के लिए प्रेरक बन चुका है क्योंकि जहां पर श्रद्धा से माथा टेकने पर लोगों को विदेशी टूर तथा स्थापित होने के लिए बीजे मिल रहे हैंl इसके अलावा इस मंदिर के जल से स्नान करने पर शरीर के कई रोग भी दूर होते हैं.