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Vastu Tips : अगर आप भी करते हैं माला का जाप, भूल भी ना करें यें गलतियां

 
 Vastu News : हिंदू धर्म में रूद्राक्ष कि माला का जाप किया जाता है, रूद्राक्ष कि माला जपतें समय कुछ विशेष बातों का ध्यान रखा जाता है रूद्राक्ष की माला हिंदू धर्म में बहुत महत्व रखती है, यदि आप भी रूद्राक्ष कि माला जपना चाहतें हो तो आइए जानते है, सही नियम। Dainik Hariyan News, Vastu Shastra (New Delhi): हिंदू धर्म में रूद्राक्ष की माला धारण करने का बहुत महत्व हैं, रूद्राक्ष की माला भगवान भोले की भक्ति के लिए प्रयोग कि जाती हैं रूद्राक्ष की माला भोलेनाथ को बहुत प्रिय हैं। रूद्राक्ष की माला के जरिए मंत्र का जाप किया जाता है, और भगवान शिव कि भक्ति कर भक्त उन्हें प्रसन्न करते हैं। इसी प्रकार भगवान विष्णु कि भक्ति के लिए पीले चंदन या तुलसी की माला प्रयोग किया जाता हैं। वहीं भगवान श्री कृष्ण की भक्ति करते समय वैजयंती माला का प्रयोग किया जाता है। बता दें कि माता लक्ष्मी कि पूजा के लिए कमलगट्टे की माला का प्रयोग किया जाता हैं तो वहीं चंद्र देव के मंत्रों के लिए मोती की माला का जाप किया जाता हैं। मंगल देव की भक्ति मूंगो कि माला से की जाती है। तो हल्दी कि माला से देवगुरू बृहस्पति के मंत्रो का जाप किया जाता हैं। आइए विस्तार से हिंदू शास्त्र में कि जानें कि माला जाप के नियम हैं। Read Also : Canceled Train List : हरियाणा से मां वैष्णोदेवी जानें वाली 4 ट्रेन फरवरी तक हुई रद्द, जानें कैंसिल ट्रेन लिस्ट?

रूद्राक्ष की माला जाप के नियम:

कभी भी भगवान कि भक्ति करते हुए माला का जाप करें तो मनुष्य को साफ आसन का प्रयोग करना चाहिए। बिना आसन के जमीन पर बैठ कर जाप करने से फल नष्ट होने का डर रहता है। माला का जाप करते समय व्यकित का मुंह पूर्व दिशा में होना चाहिए। वहीं माला का लाप करते समय हमेशा ह्रदय चक्र के पास ही होनी चाहिए। माला का जाप करते समय मध्यम अंगुली का प्रयोग करना चाहिए। और मोमी बदलने के लिए अंगूठे का प्रयोग करें। मोती को बदलते समय अपनी और ही घुमाएं। रूद्राक्ष की माला का जाप करने से पहले नहाना जरूरी है। और शांत वातावरण और शुद्ध जगह पर बैठकर माला का जाप करें। Read More : Bank Rules : इस बैंक से लोन लेने वालों को दिया तगड़ा झटका, आज से लागू हुआ नया नियम

.माला जाप करते समय ना करें ये गलती:

माला से जाप कर रहे हैं उसे गले में धारण नहीं करना चाहिए। इसे मंदिर में सम्मान के साथ उपासना के बाद रख दें। कभी भी और किसी मनुष्य की माला का जाप ना करें। मंत्र का जाप करते समय किसी भी प्रकार का नकारात्मक विचार मन में ना लाएं एंसा करने से मंत्र का फल नष्ट हो सकता है।