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Hanuma Vihari: एक ऐसा खिलाड़ी जिसने आस्ट्रेलिया में बचाई थी भारत की लाज आज गुम है गुमनामी के अंधेरों में 

Team India Test Update: विहारी को इस बात का मलाल और भी ज़्यादा है कि इंग्लैंड के ख़िलाफ़ उस टेस्ट के बाद उनसे टीम मैनेजमेंट या चयनकर्ता ने बात तक नहीं की। विहारी कहते हैं कि सिर्फ़ राहुल द्रविड़ ही एकमात्र ऐसे हैं जिन्होंने उनसे बात की हो।
 


Dainik Haryana News: India Cricket Team(चंडीगढ़): टीम इंडिया के बहुत से ऐसे खिलाड़ी हैं जिनको उनकी काबिलियत दिखाने के बाद भी दोबारा टीम इंडिया में मौका नहीं मिला। आज हम ऐसे ही 2 भारतीय खिलाड़ियों के बारे में बताने जा रहे हैं जिसने एक समय अपनी जबरदस्त बल्लेबाजी से टीम इंडिया की जाल बचाई थी और उसके बाद चयनकर्ताओं ने उनका नाम तक नहीं लिया। 
 

हमारी लिस्ट में पहले नंबर पर हैं करूण नायर (Karun Nair)

करूण नायर ने आते ही अपने पहले ही डेब्यू टेस्ट मैच में तीहरा शतक लगाया था उसके बाद दौबारा वो टीम इंडिया में कभी नजर नहीं आए। 
 

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दुसरे नंबर पर है हनुमा विहारी

   हनुमा विहारी का नाम आते ही सिडनी का वह टेस्ट भी याद आ जाता है जब आर अश्विन के साथ मिलकर उन्होंने क़रीब-क़रीब हारा हुआ मैच बचा लिया था। विहारी को उस मैच के दौरान हैम्सट्रिंग इंजरी हो गई थी और वह इतनी गंभीर थी कि उन्हें खड़े होने में भी तकलीफ़ थी। साथ ही साथ अश्विन को भी पीठ में चोट थी, लेकिन दोनों डेढ़ सेशन तक पिच पर टिके रहे और भारत मैच ड्रॉ करने में क़ामयाब रहा।

अगले टेस्ट में ऋषभ पंत के अद्भुत कारनामे की बदौलत भारत ने गाबा टेस्ट जीतते हुए ऐतिहासिक सीरीज़ जीत अपने नाम की थी। विहारी ने उस मैच में 161 गेंदों का सामना करते हुए 23 नाबाद रन बनाए थे। इसके बाद उन्होंने भारत के लिए 3 टेस्ट मैच खेले और आख़िरी टेस्ट इंग्लैंड के ख़िलाफ़ एजबेस्टन में था जहां उन्होंने दोनों पारियों में नंबर-3 पर बल्लेबाज़ी की थी।
 

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विहारी को इस बात का मलाल और भी ज़्यादा है कि इंग्लैंड के ख़िलाफ़ उस टेस्ट के बाद उनसे टीम मैनेजमेंट या चयनकर्ता ने बात तक नहीं की। विहारी कहते हैं कि सिर्फ़ राहुल द्रविड़ ही एकमात्र ऐसे हैं जिन्होंने उनसे बात की हो।