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Hartalika Teej : जानें कब होगी इस साल की हरतालिका तीज? क्या होता है इसका महत्व

 
Hartalika Teej : जानें कब होगी इस साल की हरतालिका तीज? क्या होता है इसका महत्व
When Hartalika Teej : एक होती है हरियाली तीज जो मनाई जा चुकी है। इसे श्रावण माह में मनाया जाता है। दूसरी होती है हरतालिका तीज जिस भाद्रपद में मनाया जाता है। तो चलिए इस लेख के माध्यम से जानते हैं कि इस साल की हरतालिका तीज किस दिन मनाई जा रही है। जानने के लिए बने रहें हमारे साथ। Dainik Haryana News,Hartalika Teej Date (नई दिल्ली): हरतालिका तीज के दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है। इस दिन सुहागिन महिलाएं अपनी पति की लंबी आयु के लिए व्रत रखती हैं और अपनी परिवार में सुख की कामनाएं करती हैं। इस साल हरतालिका तीज 18 सितंबर को मनाई जा रही है। हिंदू पंचाग में हरतालिका तीज को भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया को मनाई जाती है। इस त्योहार का संबंश हर शिव जी से है, इसलिए इसका नाम हरतालिका तीज से पड़ा है। READ ALSO :Indian Railway : इकलौता ऐसा रेलवे स्टेशन; जो नहीं दो किलोमीटर भी लंबा, फिर भी दूसरे प्लेटफॉर्म पर जाने के लिए लेनी पड़ती है ऑटो इस दिन कुंवारी कन्यां भी अपने मन पसंद पति को पाने के लिए व्रत कर सकती हैं और सभी निर्जला व्रत करती हैं। इस साल हरतालिका तीज का मुहूर्त 17 सितंबर को 11 बजे शुरू होकर अगले दिन 18 सितंबर 12 बजकर 39 मिनट तक होगा। 18 सितंबर को सुबह 6 बजे से रात के 8 बजकर 24 मिनट तक का समय शिव और पार्वती की पूजा के लिए उपयुक्त लेकिन शाम को प्रदोष काल के समय पूजा करना बेहद अच्छा माना जाता है।

कैसे करें व्रत?

सुबह से लेकर शाम तक निर्जला व्रत रखना होता है। अगर आपकी सेहत में कोई परेशानी होती है तो आपको पानी और फल खा लेना चाहिए।शाम को भगवान शिव और मां पार्वती की सयुंक्त उपासना करें और इस दिन स्त्रियों श्रृंगार करना चाहिए। उसके बाद माता को पूजा की सामग्री अर्पित करना चाहिए। अपनी मनोकामना पूरी करने के लिए माता के सामने प्रार्थना करनी चाहिए। आपनी सास से आपको सौभाग्य की वस्तुएं दें और उसके बाद सास का आशीर्वाद लेना भी जरूरी होता है।

इन मंत्रों का करें जाप :

READ MORE :Australia vs South Africa: आस्ट्रेलिया ने अफ्रीका को दी करारी मात, लंबे समय बाद लौटे डेविड वार्नर आपको तीज के दिन कुछ मंत्रों का जाप करना चाहिए और विवाह संबंधी मनोकामनाएं करनी चाहिए। श्रद्धा से 11 बार माला का जाप करना चाहिए, संपूर्ण श्रृंंगार करके ही उन मंत्रों का जाप करना चाहिए। मंत्र है- 'हे गौरीशंकर अर्धांगी, यथा त्वां शंकर प्रिया तथा माम कुरु कल्याणी, कान्ताकांत दुर्लभाम'. अगर आपके जीवन में सही तालमेल नहीं हो पा रहा है तो तीज के दिन निर्जला व्रत जरूर रखें। माता को सिन्दूर और चुनरी को अर्पित करें। "ॐ गौरीशंकराय नमः" का 108 बार जाप करना चाहिए। ऐसा करने से आपके जीवन में खुशियां आएंगी। अगर आपके विवाहित जीवन में कोई परेशानी आ रही हैं तो आप इस तीज का व्रत कर सकती हैं।