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Vikram Lander Sleeping Mood: सोने से पहले विक्रम लैंडर ने दी अहम जानकारी, 14 दिन तक करेगा चांद की गोद में आराम

 
Vikram Lander Sleeping Mood: सोने से पहले विक्रम लैंडर ने दी अहम जानकारी, 14 दिन तक करेगा चांद की गोद में आराम
Pargyan Rover Sleep On Moon: जब चंद्रयान 3 चांद की सतह पर साफ्ट लैंडिंग किया था, तब बताया गया था कि विक्रम लैंडर और उसका रोवर 14 दिन तक चांद पर काम करने वाले हैं । ये 14 दिन कब गुजर गए पता ही नहीं चला। इधर भारत मिशन चंदा मामा पर सफल होने के बाद आदित्य एल-1 सूर्य चाचु की और तेजी से निकल पड़ा है। बीते 14 दिनों में विक्रम लैंडर और रोवर ने किन-किन चीजों की जानकारी दी और अगले 14 दिन बाद क्या होगा विक्रम लैंडर और रोवर के साथ आईए जानें हमारी खबर के माध्यम से। Dainik Haryana News: Vikram Lander  Today Update(ब्यूरो): भारत ने वो कर दिखाया जिसे आज तक कोई नहीं कर पाया। चांद के दक्षिणी ध्रुव पर अपना मिशन उतार भारतीय स्पेस एजेंसी इसरो ने पुरी दुनिया में अपना लोहा मनवाया। भारत चांद पर उतरने वाला चौथा तथा चांद के दक्षिणी ध्रुव पर अपना मिशन उतारने वाला पहला देश बना। इससे पहले रूस भारत के चंद्रयान 3 से 2 दिन पहले अपने लूना-25 को चांद की डार्क साइड पर उतरना चाहता था, लेकिन लूना-25 क्रैस हो गया। भारत का चंद्रयान 3 चांद के दक्षिणी ध्रुव पर 23 अगस्त को लैंड हुआ और चांद के दक्षिणी ध्रुव के बहुत से रहस्यों से पर्दा उठाया। विक्रम लैंडर और 26 किलोग्राम के प्रज्ञान ने इसरो के साथ क्या-कया जानकारी सांझी की। Read Also: Bangladesh vs Afghanistan: अफगानिस्तान को करारी हार, इस खिलाड़ी ने डूबाई लुटिया! विक्रम लैंडर की सबसे बड़ी खोज है चांद पर सल्फर की जानकारी जो चांद की उत्पत्ति के सबूत दे सकता है, इसके साथ ही दोनों की जोड़ी ने चांद पर कैल्शियम, आयरन, एल्यूमिनियम, क्रोमियम, टाइटेनियम, मेंगनीज, सिलिकॉन और आक्सीजन की खोज की है। यह अपने आप में भारत के लिए एक बड़ी उपलब्धि है।

विक्रम लैंडर और रोवर चले गए सोने

इसरो ने बताया की अब चांद पर अगले 14 दिनों के लिए रात हो चुकी है। चांद का एक दिन और रात धरती के 14 दिन के बराबर है। इसरो ने बताया की विक्रम लैंडर और रोवर के पहले चरण का काम हो चुका है, अब दोनों को स्लीपिंग मोड़ में भेज दिया गया है। Read Also: Today Weather Update: कुछ जिलों में होगी बारिश तो कुछ में होगी सुखे की मार प्रज्ञान रोवर की बैटरी फुल चार्ज है। 14 दिन बाद जब चांद पर फिर से सवेरा होगा तो दोनों को फिर से एक्टिव किया जाएगा। अगर दोनों फिर से एक्टिव होते हैं तो दूसरे चरण का काम शुरू होगा, नहीं तो दोनों हमेशा के लिए चंदा मामा के मेहमान बनकर रह जाएंगे।