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Vikram Lander,Pargyan Rover: इस वजह से नहीं उठ पा रहे विक्रम लैंडर और रोवर, अब इसरो प्लान B

 
Vikram Lander,Pargyan Rover: इस वजह से नहीं उठ पा रहे विक्रम लैंडर और रोवर, अब इसरो प्लान B
Vikram Lander Today Update: चंद्रयान 3 जब चांद के दक्षिणी ध्रुव पर उतरा था तो भारत ही नहीं पुरी दुनिया ने भारत को इसरो को बधाई दी थी। भारत ऐसा करने वाला पहला देश बना। 26 अगस्त को चंद्रयान 3 ने चांद पर अपना कदम जमाया था। इससे पहले रूस का लूना-25 अपने लैंडिंग डेट से एक दिन पहले क्रैस हुआ था। 22 को लूना 25 को उतरना था और 21 को रूस का लूना-25 क्रैस हो गया था। इसके बाद से भय का माहौल था। लेकिन इसरो ने ये कमाल कर दिखाया। Dainik Haryana News: ISRO Moon Mission Update(ब्यूरो): इसके बाद विक्रम लैंडर और रोवर की जोड़ी ने लगातार 14 दिनों तक जानकारी इसरो के पास भेजी, जिसमें कैल्शियम, आक्सीजन समेत कई खनिजों की जानकारी भेजी। इसके बाद दोनों की जोड़ी 15 दिनों के लिए सोने चली गई। अब दौबारा 21 सितंबर से चांद पर फिर से रोशनी आई और साथ में विक्रम लैंडर और रोवर (Vikram Lander,Pargyan Rover)के जगने की उम्मीद भी लेकर आई। लेकिन इसरो के बहुत प्रयास करने के बाद भी ऐसा नहीं हो पाया विक्रम लैंडर और रोवर निंद से नहीं जाग पाए।

इसरो ने पहले ही कही थी ये बात

इसरो ने पहले ही इस बारे में साफ कहा था कि विक्रम लैंडर और रोवर अपना काम कर चुके हैं, अगर वो दौबारा निंद से नहीं जागते तो भी मिशन सफल माना जाएगा। Read Also: Funny Hindi Jokes: हंसते रहा करो, हंसते हुए चेहरे बड़े ही अच्छे लगते हैं विक्रम लैंडर और रोवर को दोबारा धरती पर आने के लिए तैयार नहीं किया गया। 14 दिन की निंद को बाद अगर दोनों फिर से जागते हैं तो ये हमारे लिए बोन्स होगा। विक्रम लैंडर और रोवर (Vikram Lander,Pargyan Rover)चांद पर रात के समय होने वाली -250° ठंड और घनघोर रात का सामना बड़ी मुश्किल से कर पाएंगे। इनका सिस्टम मुश्किल से ही इसका सामना कर पाएगा। इसरो 21 सितंबर से विक्रम लैंडर से संपर्क साधने की कोशिश कर यहा है, लेकिन सफल नहीं हो पा रहा। जहां विक्रम लैंडर और रोवर को उतारा गया है उसे शिव शक्ति प्वाइंट नाम दिया गया है, Read Also: Delhi Jewelery Showroom Robbery : दिल्ली में 25 करोड़ की चोरी करने वाले आरोपी गिरफ्तार, सोने की जगह मिली ये चीज अंदाजा है कि वहां कल 30 सितंबर से दोबारा अंधेरा हो सकता है। ऐसे में उम्मीद खत्म ही मानी जा रही है। विक्रम लैंडर और रोवर हमेशा के लिए चांद के ही मेहमान बनकर रहने वाले हैं।