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Vikram Lander Send New Information: विक्रम लैंडर रोवर ने खोजे चांद पर जीवन के साक्ष्य,प्रज्ञान ने कर दिखाया कमाल

 
Vikram Lander Send New Information: विक्रम लैंडर रोवर ने खोजे चांद पर जीवन के साक्ष्य,प्रज्ञान ने कर दिखाया कमाल
Chandrayaan 3: चंद्रयान 3 जब से चांद के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडिंग किया है, चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के बहुत से रहस्य उजागर होते जा रहे हैं। पहले रोवर ने चांद के हैरान कर देने वाले तापमान की जानकारी भेज कर सभी को चौंका दिया था और एक बार फिर से चांद के खनिज तत्वों तथा रसायनों की खोज में लगे पेलोड ने कुछ ऐसी जानकारी भेजी जिसे देख इसरो ही नहीं आप भी चकित रह जाएंगे। Dainik Haryana News: Oxygen on the Moon(चंडीगढ़): लैंडर रोवर ने जानकारी में जीवन की एक आश भेजी है, जिससे ये उम्मीद जागी है कि सायद चांद पर जीवन संभव हो। पुरी जानकारी के लिए आई आगे बढ़ीए हमारे साथ। पहली बात तो भारत ने चंद्रयान 3 को चांद के दक्षिणी ध्रुव पर साफ्ट लैंडिंग करवाके इतिहास रच दिया। चांद का वो हिस्सा जो आज तक रहस्य बना हुआ था, उसके राज एक-एक करके विक्रम लैंडर रोवर खोलता जा रहा है। रोवर में 3 पेलोड लगे हैं, तीनों का अलग-अलग काम है और वो अपना काम अच्छे से कर भी रहे हैं। Read Also: Asia Cup 2023: आज से शुरू होगा एशिया कप 2023 का महाकुंभ, 6 टीमें दौड़ेगी कप की रेस में भारत के चंद्रयान 3 के काम करने के अब 6 दिन बाकी हैं, इसके बाद विक्रम लैंडर और प्रज्ञान की जोड़ी क्या करती है ये देखना अभी बाकी है। 6 से 7 दिन बाद चांद की डार्क साइड रात के अंधेरे में डूब जाएगी। रात के समय चांद का तापमान इतना गिर जाता है कि विक्रम लैंडर सिस्टम ठीक से काम नहीं कर पाएगा। इसके बाद जब फिर से चांद पर सवेरा होगा तो इस बात,कि कोई पुष्टि नहीं के दोनों ही जिंदा बचें। ऐसा हो भी सकता है और नहीं भी हो सकता। लेकिन इससे पहले जो काम विक्रम लैंडर और 26 किलोग्राम के प्रज्ञान ने कर दिखाया है, वह सराहनीय है। रोवर पर लगे पेलोड ने चांद पर आक्सीजन होने की पुष्टि की है। अब मिलना बाकी है हाइड्रोजन का, जिसके मिलने से चांद पर दोनों गैसों के मिश्रण से पानी बनाना आसान हो जाएगा। Read Also: Toyota New Car : टोयोटा ने लॉन्च की सबसे सस्ती 7 सीटर कार, कीमत बस इतनी किस प्रकार करता है रोवर खनिजों की खोज ऐसा बताया गया है कि तेज गति से लेजर किरणें चांद की सतह पर फेंकता है और जब वो चांद की सतह से टकराती हैं तो रोशनी पैदा होती है, यही रोशनी बताती है कि चांद पर कौनसे खनिजों और रसायनों की मौजूदगी है।

इससे पहले तापमान की जानकारी ने चौंकाया था

चांद के दक्षिणी ध्रुव के तापमान की जानकारी जैसे ही रोवर ने भेजी, सभी चकित रह गए। चांद के ऊपरी सतह पर 70° तक झुलसाने वाली गर्मी और अंदर 4 इंच निचे तापमान -10° तक पहुंच गया। वाक्य में ही चांद के तापमान के ये आंकड़े हैरान कर देने वाले हैं।