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Business News : कुछ ही पैसों से शुरू किया बिजनेस, आज है 17 हजार करोड़ का बिजनेस

 
Business News : कुछ ही पैसों से शुरू किया बिजनेस, आज है 17 हजार करोड़ का बिजनेस
Success Story : जीवन में पैसा कमाने के लिए मेहनत और तरीके से काम करने की जरूत होती है। किसी ने ठीक ही कहा है, मेहनत कभी जाया नहीं जाती है। अगर आप भी अपने जीवन में सफल होना चाहते हैं तो हम एक ऐसे व्यक्ति की सफलता की कहानी बताने जा रहे हैं जिसने कुछ ही पैसों से अपने बिजनेस को शुरू किया और आज वो अपनी मेहनत व लगन से 70 हजार करोड़ का मालिक है। तो चलिए जानते हैं उनकी सफलता की कहानी। Dainik Haryana News,Mithun Sacheti Success Story(ब्यूरो): कैरटलेन कंपनी को तो सभी जानते ही होंगे। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कैरटलेन कंपनी की शुरूआत कैसे हुई थी, अगर नहीं तो हम आपको आज इस कंपनी की सफलता की कहानी बताने जा रहे हैं। कैरटलेन के सीईओ मिथुन संचेती ने अमेरिका से जेमोलॉजी की पढ़ाई की थी। जयपुर जेम्स की शुरूआत सन 1974 में हुई थी, जिन्होंने एक दुकान के जरिए मुंबई में उनके पिता जी के साथ मिलकर 3 हजार से ज्यादा परिवारों का कस्टमर बेस तैयार किया था। READ ALSO :Gold Price : सोने की कीमतों में जबरदस्त तेजी, चेक करें 10 ग्राम सोने के भाव?

पिता से मांगे 75 लाख और 4 साल का टाइम:

उनके पिता की दुकान थी, लेकिन कोई आनलाइन स्टोर नहीं थ। मिथुन किसी बड़े बिजनेस की शुरूआत करना चाहते और अपने पिता से 75 लाख रूपये मांगने के साथ 4 साल का समय मांगा। उनके पिता ने उसे साल 2008 में 75 लाख रूपये दिए और कैरेटलेन की शुरूआत की। उन्होंने सबसे पहले एक वेबसाइट बनाई जिसमें पहले 15 दिनों तक किसी भी तरह की शुरूआत नहीं हुई। कोई भी उनके साथ निवेश करने को तैयार नहीं था और उनको 12 करोड़ रूपये का नुकसान भी हुआ।

मार्केटिंग पर हुए 4 करोड़ खर्च :

मिथुन ने अपने बिजनेस को शुरू करने के लिए मार्केटिंग पर भी चार करोड़ रूपये खर्च किए थे। टाइगर ग्लोबल के पार्टनर ली फिक्सेल ने उनसे मिलने की बात कही और मीटिंग में ही कैरेटलेन के 33 प्रतिशत के मुकाबले 27 करोड़ रूपये की टर्म शीट मिली। दो साल की मेहनत के बाद भी उन्हों सफलता हासिल नहीं हुई और वो एकदम से निराश हो गए।

गे्रटर कैलाश में पहला फिजिकल स्टोर :

वेबसाइट शुरू होने के कुछ दिन बाद ही पहला स्टोर खुला जो ग्रेटर कैलाश में था। उन्होंने ओमनीचैनल फार्मेट में बेहतर मार्जिन के साथ हाई क्वालिटी वाली डायमंड ज्वैलरी की बिक्री की. उनका यह बिजनेस आईडिया चला और कंपनी को 300 प्रतिशत की रेवेन्यू ग्रोथ की और साल 2013 में कंपनी को 100 करोड़ रूपये की कंपनी बनी। टाइगर ग्लोबल ने अगले साल और भी पूंजी हासिल की और साल 2012 में कंपनी को 30 करोड़ और 2013 में 45 करोड़ रूपये का मुनाफा हुआ। READ MORE :Uttarkashi Tunnel : 41 मजदूरों की अस्पताल से आई बड़ी जानकारी

2014 में कंपनी को हुआ 300 करोड़ रूपये का मुनाफा :

इसके साथ उन्होंने परफेक्ट लुक, वर्चुअल ज्वेलरी ट्राय-ऑन पेश किया. इसके बाद बैंगलोर, दिल्ली और मुंबई में भी कंपनी के स्टोर की शुरूआत हुई। साल 2014 में कैरेटलेन कंपनी के देश में 12 स्टोर हो गए और कंपनी की बिक्री बढ़कर 300 करोड़ हो गई। अपने बिजनेस की तेजी को देखकर कंपनी ने 180 करोड़ रूपये का निवेश किया। ब्लूस्टोन और मेलोरा जैसे प्लेयर्स के सामने आने पर मिथुन ने एक और पार्टनर के बारे में सोचा। तनिष्क के टाइटन से बेहतर नहीं लगा और कुछ ही दिनों बाद साल 2016 में टाइटन ने कैरेटलेन का 62 प्रतिशत शेयर खरीद लिया। ऐसा करने पर टाइगर ग्लोबल को 357 करोड़ का निवेश वापस मिल गया था। आज कंपनी 17 हजार करोड़ का बिजनेस कर रही है।