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FD Scheme : जल्द ही बंद होने जा रही ये FD स्कीम, क्या आपने भी किया है निवेश

 
FD Scheme : जल्द ही बंद होने जा रही ये FD स्कीम, क्या आपने भी किया है निवेश
FD Scheme Closed : हर कोई अपने भविष्य के लिए निवेश करना चाहता है और उसके लिए सबसे अच्छा रास्ता एफडी ही मानते हैं। बैंक एफडी में किसी तरह का कोई जोखिम नहीं होता है। लेकिन हाल ही में निवेशकों के लिए झटका देने वाली खबर सामने आ रही है और बताया जा रहा है कि एक एफडी स्कीम बंद होने जा रही है। आइए जानते हैं कौन सी स्कीम होने जा रही है बंद। Dainik Haryana News,FD Scheme Update(ब्यूरो): हर एक सरकार और प्राइवेट बैंक एफडी स्कीम को लॉन्च करता है, जिसमें हम अपने पैसे को बिना जोखिम के जमा करते हैं। एफडी स्कीम पर बैंक काफी ज्यादा ब्याज देती है जिससे लोगों को अच्छा रिटर्न मिलता है। आज हम आपको एक ऐसी स्कीम के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे बैंक बंद करने जा रहा है। हम बात कर रहे हैं एसबीआई बैंक(SBI Bank) की अमृत कलश योजना, जिसमें आप 31 दिसंबर तक निवेश कर सकते हैं। नए साल पर ही इसमें निवेश करना बंद हो जाएगा। READ ALSO :दो दिन बाद मार्केट में गर्दा उड़ाने आ रहा Oneplus के दमदार फोन, जान लें कीमत बैंक इस एफडी स्कीम के तहत नागरिकों को 7.10 प्रतिशत ब्याज देती है और वरिष्ठ नागरिकों को 7.60 प्रतिशत ब्याज दिया जाता है। सामान्य एफडी में इतना ब्याज नहीं मिलता है। अमृत कलश योजना में आपको अधिकतम दो करोड़ रूपये तक निवेश कर सकते है। 400 दिन वाली स्कीम की मैच्योरिटी एक साल 35 दिन में पूरी हो जाती है। इसके बाद आपको ब्याज समेत पैसा वापस मिल जाता है। 'अमृत कलश योजना'( Amrit Kalash Scheme) को बैंक ने 12 अप्रैल 2023 को हुई थी। इसे लिमिटेड टाइम के लिए शुरू किया गया था। इसमें घरेलू और एनआरआई दोनों निवेश कर सकते हैं।

ऐसे करें निवेश?

अमृत कलश योजना में आप ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से आवेदन और निवेश कर सकते हैं। आनलाइन निवेश करने के लिए आपको नेटबैंकिग या एसबीआई योनो ऐप पर जाकर करनी होती है। इस स्कीम में आपको प्री मैच्योर और लोन की भी सुविधा मिलती है और पॉलिसी होल्डर अगर मैच्योरिटी से पहले रकम की निकासी करना चाहते हैं तो कर सकते हैं।

चेक करें सभी एफडी की अवधि पर ब्याज की दरें?

READ MORE :Funny Jokes: दुसरे के प्रति सहानुभूति रखों प्रेम भावना रखो 7 दिन से 45 दिन तक- 3.00% 180 दिन से 210 दिन तक- 5.25% 211 दिन से अधिक परंतु 1 वर्ष से कम- 5.75% 1 वर्ष से अधिक परंतु 2 वर्ष से कम- 6.80% 2 वर्ष से अधिक परंतु 3 वर्ष से कम- 7.00% 3 वर्ष से अधिक परंतु 5 वर्ष से कम - 6.50% 5 वर्ष से अधिक और 10 वर्ष तक- 6.50%