Dainik Haryana News

Indian Railway : इकलौता ऐसा रेलवे स्टेशन; जो नहीं दो किलोमीटर भी लंबा, फिर भी दूसरे प्लेटफॉर्म पर जाने के लिए लेनी पड़ती है ऑटो

 
Indian Railway : इकलौता ऐसा रेलवे स्टेशन; जो नहीं दो किलोमीटर भी लंबा, फिर भी दूसरे प्लेटफॉर्म पर जाने के लिए लेनी पड़ती है ऑटो
Railway News : भारत में बहुत से रेलवे स्टेशन हैं। जहां से हर रोज ट्रेनें गुजरती हैं। बहुत बड़े और सुंदर रेलवे स्टेशन भी हैं। ऐसे में आज हम आपको एक ऐसे रेलवे स्टेशन के बारे में बताने जा रहे हैं जिसमें दूसरे प्लेटफॉर्म तक जाने के लिए रिक्शा लेना पड़ता है। आइए जानते हैं उसके बारे में। Dainik Haryana News,Railway Update(ब्यूरो): भारत दुनिया का चौथा सबसे बड़ा रेल नेटवर्क है। जहां पर हर रोज चार करोड़ से भी ज्यादा लोग ट्रेनों में आरामदायक सफर करते हैं। देश में 15 हजार से भी ज्यादा रेल चलती हैं जो हर रोज एक से दूसरे स्टेशन पर यात्रियों को उतारती हैं और आगे बढ़ जाती हैं। तो चलिए आज एक ऐसे रेलवे स्टेशन के बारे में जानेंगे जिनमे एक से दूसरे प्लोटफॉर्म की देरी दो किलोमीटर की है और पैदल चलना काफी मुश्किल है। READ ALSO :Vegetarian Country: कौनसा ऐसा देश जो बिल्कुल शुद्ध शाकाहारी है, भारत इसमें किस नंबर पर शामिल लेकिन हैरानी की बात ये है कि ये रेलवे स्टेशन दो किलोमीटर भी लंबा नहीं है लेकिन फिर भी अगले प्लेटफॉर्म तक जाने के लिए रिक्शा क्यों लेनी होती है। दूसरी खास बात यहां पर कोई पहला प्लेटफॉर्म नहीं है। तो चलिए जानते हैं इसके पीछे के राज। दरअसल, हम बात कर रहे हैं बिहार के बेगूसराय के रेलवे स्टेशन की, जिसका नाम 'बरौनी' है। इस रेलवे स्टेशन पर ट्रेन दो से नौ नंबर तक चलती हैं लेकिन पहला प्लेटफार्म नहीं है। इसलिए पहले प्लेटफार्म पर जाने के लिए रिक्शा करनी पड़ती है।

जानें क्यों नहीं प्लेटफार्म नंबर एक?

READ MORE :Do Not Pay Any Tax : इन देशों के लोग आज भी सरकार को नहीं देते कोई टैक्स, जान लें वजह? बरौनी रेलवे स्टेशन को साल 1833 में बनाया गया था। इस समय ज्यादातर यहां से मालगाड़ियां ही गुजरती थी। छोटा स्टेशन होने के पर यात्रियों को आने जाने में परेशानी होने लगी। इसलिए भीड़ को कम करने के लिए यहां पर दो किलोमीटर की दूरी पर एक और प्लेटफार्म बनाया गया, जिसका नाम बरौनी ही रखा गया था। लेकिन उसका नाम प्लेटफार्म नंबर एक नहीं रखा गया है। अब से ऐसा नहीं होगा क्योंकि, पहले नौ प्लेटफार्म थे जिन्हें अब 8 कर दिया जाएगा। जो दो किलोमीटर दूरी पर प्लेटफार्म है उसका नाम न्यू बरौनी रखा जाएगा।